रक्षा मंत्रालय के नेशनल रिस्क रिडक्शन सेंटर के प्रमुख सर्जेई रिजकोव ने कहा, “संधि के उल्लंघन के मामले को हम इस तरह नहीं जाने दे सकते। हम इस पर उचित कार्रवाई करेंगे।”
रिजकोव के मुताबिक, रूसी निरीक्षक तुर्की के विशेषज्ञों के साथ मिलकर खुले आकाश की संधि के तहत एक से पांच फरवरी के बीच तुर्की के क्षेत्र में पर्यवेक्षण उड़ान में हिस्सा लेने वाले थे।
समाचार एजेंसी तास के अनुसार, रिजकोव ने कहा, “रूस के निगरानी उड़ान के लिए तुर्की की तरफ से कोई पूर्व शर्त नहीं रखी गई थी।”
उन्होंने कहा, “तुर्की में रूसी मिशनों के आगमन व इच्छित उड़ान योजना की घोषणा पर तुर्की के सैन्य अधिकारियों ने निरीक्षण उड़ान को यह कहकर मना कर दिया कि उन्हें तुर्की के विदेश मंत्रालय से इसका आदेश नहीं मिला है।”