नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। रीन्यूएबल एनर्जी इंडिया एक्सपो (आरईआई) यानी नवीकरणीय ऊर्जा मेला मंगलवार से ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में शुरू होगी जिसमें 45 देशों से 750 कंपनियां अपने उत्पादों को प्रदर्शित करेंगी। तीन दिवसीय इस मेला में कई सेमिनार सत्र भी होंगे जिसमें इस सेक्टर से जुड़े इनोवेशन्स, चुनौतियों, आधुनिक रुझानों पर रोशानी डाला जाएगा।
नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। रीन्यूएबल एनर्जी इंडिया एक्सपो (आरईआई) यानी नवीकरणीय ऊर्जा मेला मंगलवार से ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में शुरू होगी जिसमें 45 देशों से 750 कंपनियां अपने उत्पादों को प्रदर्शित करेंगी। तीन दिवसीय इस मेला में कई सेमिनार सत्र भी होंगे जिसमें इस सेक्टर से जुड़े इनोवेशन्स, चुनौतियों, आधुनिक रुझानों पर रोशानी डाला जाएगा।
प्रदर्शनियों के प्रमुख आयोजनकर्ता यूबीएम इंडिया द्वारा आयोजित नवीकरणीय ऊर्जा मेला का यह 12वां संस्करण 18 से 20 सितम्बर के बीच ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में आयोजित किया जाएगा। मेले में भारत की हरित अर्थव्यवस्था से जुड़े दिग्गज तथा अंतर्राष्ट्रीय हितधारक इस मंच पर एकजुट होकर क्षेत्र से जुड़े रुझानों, चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।
यूबीएम इंडिया के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास ने कहा, “आरईआई एक्सपो अंतर्राष्ट्रीय कारोबारियों को करोबार के अवसर प्रदान करेगा, उन्हें आधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी देगा, अंतर्राष्ट्रीय निवेश आकर्षित करेगा तथा समझौता ज्ञापनों के लिए महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा। इस साल हम सोलर एनर्जी के अलावा विंड, हाइड्रोपावर और बायोमास पर भी ध्यान दे रहे हैं। आरईआई के माध्यम से हम उर्जा संग्रहण, ई-मोबिलिटी, डेटा एनालिटिक्स, आईओटी के आधुनिक रुझानों पर ध्यान देंगे, ये सभी कारक इस क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं।”
मेले के दौरान ईयू, आईजीसीसी- जर्मनी, एनईडीओ- जापान, बास्क- स्पेन, चीन और ताईवान के पवेलियन होंगे। इसके साथ ही ब्लूमबर्ग भी मेले में हिस्सा लेगी।
मेले में विश्वस्तरीय एवं स्थानीय संगठनों जैसे इंटरनेशनल सोलर अलायन्स यूरोपियन युनियन, ब्लूमबर्ग न्यू एनर्जी फाइनेन्स, ब्रिज टू इंडिया, वल्र्ड बिजनेस काउन्सिल फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेन्ट, इंडो-जर्मन एनर्जी फोरम, एशियन फोटोवोल्टिक इंडस्ट्री एसोसिएशन ईएफई कन्सलिटंग जीएमबीएच, पीवी मैगजीन, आईबीए और जीबीए (इंडियन बायोगैस एसोसिएशन एवं जर्मन बायोगैस एसोसिएशन) द्वारा विशेष सत्रों, कार्यशालाओं एवं पैनल चर्चाओं का आयोजन किया जाएगा।