निर्मल (तेलंगाना), 15 मई (आईएएनएस)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आर्थिक विपन्नता के कारण आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवार वालों को सांत्वना देने के लिए शुक्रवार को तेलंगाना के अदिलाबाद जिले में 15 किलोमीटर की ‘पदयात्रा’ की।
कांग्रेस नेता ने चार घंटे में पदयात्रा पूरी की और इस पिछड़े जिले के पांच गांवों के पांच परिवारों से मुलाकात भी की।
राहुल ने थोड़ा सुस्त हो जाने के बावजूद अपनी ‘किसान संदेश यात्रा’ पूरी की, जिसमें पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
उन्होंने शुक्रवार सुबह यहां से चार किलोमीटर दूर कोरातिकल गांव से ‘किसान संदेश यात्रा’ शुरू की। राहुल के साथ कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और तेलंगाना की कांग्रेस इकाई के शीर्ष पदाधिकारी भी मौजूद थे।
उन्होंने पांच परिवारों से मुलाकात की, जिनमें खाड़ी देश से लौटने के दौरान ट्रेवल एजेंट की धोखाधड़ी का शिकार हुए व्यक्ति के परिजन भी थे।
कांग्रेस नेता ने पांच परिवारों को दो-दो लाख रुपये की वित्तीय मदद दी।
कांग्रेस नेता दो मई को फसल की बर्बादी के कारण खुदकुशी कर लेने वाले किसान वेल्मा राजेश्वर के घर गए। उन्होंने किसान की पत्नी और बच्चे से मुलाकात की तथा उनके प्रति संवेदना जताई।
राहुल से किसान के परिवार ने तेलुगू में बात की, जबकि कांग्रेस पार्टी के तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी ने उन्हें उनकी समस्या को समझाने में मदद की।
सैकड़ों कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ राहुल फिर लक्ष्मणानंद गांव दो किसानों के परिवार वालों से मिलने गए, जिन्होंने खुदकुशी कर ली थी।
उन्होंने खुदकुशी करने वाले किसान बांदला लिंगाना के घर का दौरा किया और उनकी पत्नी तथा बच्चों को सांत्वना दी। परिवार के सदस्यों के साथ घर के फर्श पर बैठकर राहुल ने उनसे उनकी समस्याओं के बारे में पूछा।
लिंगाना की पत्नी ने कांग्रेस नेताओं को बताया कि उनके पति ने फसल की बड़ी क्षति और पांच लाख रुपये का ऋण महाजन को न चुका पाने के कारण खुदकुशी कर ली थी। राहुल ने उसके परिवार को दो लाख रुपये का चेक दिया और उनसे तीनों बेटियों की उचित शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा।
राहुल गुरुवार रात पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के नांदेड़ पहुंचे और तीन गांवों का दौरा कर किसानों से मुलाकात की।
राहुल ने पंजाब और महाराष्ट्र में भी ऐसी ही पदयात्रा की थी, उन्होंने वडियाल में एक बैठक को संबोधित किया, जहां उनकी पदयात्रा का अंत हुआ।
राहुल हैदराबाद आकर निर्मल जाने वाले थे, लेकिन अंतिम क्षण में उनका कार्यक्रम बदल गया। वह गुरुवार रात सात बजे के करीब नांदेड़ पहुंचे और सड़क मार्ग से निर्मल के लिए रवाना हुए। वह रात 10 बजे निर्मल पहुंचे।
आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद यह राहुल का पहला तेलंगाना दौरा है। उनकी इस यात्रा से राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ गया है और पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है, जिसकी झलक पदयात्रा में भी दिखी, जहां बड़ी संख्या में कार्यकर्ता नजर आए।
पदयात्रा में कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। राज्य की सभी 119 विधानसभाओं से करीब दो-दो सौ कार्यकर्ताओं ने इसमें हिस्सा लिया।
पदयात्रा समय से डेड़ घंटे देरी से शुरू हुआ, क्योंकि कांग्रेस नेताओं को यातायात जाम का सामना करना पड़ा, जो कई वाहनों के साथ निर्मल पहुंचे।
राहुल के साथ मौजूद कार्यकर्ताओं ने पार्टी का झंडा लहराया और नारेबाजी की। विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) और पुलिसकर्मी के लिए भीड़ को नियंत्रित करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। राहुल ने इस दौरान वहां मौजूद लोगों से हाथ मिलाया।