वाराणसी, 30 मई (आईएएनएस)। राष्ट्रपति भवन में 250 विशेष अतिथियों को समायोजित करने के लिए ‘काशी संकुल’ नाम से एक विशेष गैलरी बनाई गई है। इन विशेष अतिथियों को उत्तर प्रदेश से गुरुवार को नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करने के समारोह में भाग लेने लिए आमंत्रित किया गया है।
भाजपा के काशी क्षेत्र के उपाध्यक्ष धर्मेद्र सिंह के अनुसार, “हमें बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से प्रत्येक अतिथि व आमंत्रित गण की अंतिम सूची मिली। इसके बाद हमने आमंत्रित अतिथियों से संपर्क किया ताकि सभी को समय से न्योता दिया जा सके। इन्हें दिल्ली ले जाने के लिए रेल मंत्रालय की मदद से शिवगंगा एक्सप्रेस व मंडुआडीह-नई दिल्ली एक्सप्रेस में विशेष कोच जोड़े गए।”
पार्टी के पदाधिकारी इसे कार्यान्वित करने में जुट गए और प्रत्येक अतिथि से संपर्क कर उनके लिए की गई व्यवस्था की जानकारी दी गई। ज्यादातर अतिथि बुधवार रात को वाराणसी से रवाना हो गए।
आमंत्रित लोगों की सूची में पद्म पुरस्कार से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्रा, प्रशांति सिंह, रजनीकांत व दिवंगत लोकगायक हीरालाल यादव के बेटे शामिल हैं। इसके अलावा मोदी के चारों प्रस्तावकों, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपतियों, उद्योगपतियों, काशी विद्वत परिषद के प्रमुख व स्थानीय गणमान्य लोग भी आमंत्रित लोगों में शामिल हैं।
सभी विधायक, विधानपरिषद सदस्य, राज्यस्तर, काशी क्षेत्र, शहर इकाई के पदाधिकारी के साथ-साथ वाराणसी से चुनाव प्रबंधन दल के सदस्य भी सूची में शामिल हैं।
काशी क्षेत्र इकाई के अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा, “केवल वाराणसी को ही इतनी बड़ी संख्या में निमंत्रण मिला है। प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र के सभी मेहमानों को ‘काशी संकुल’ नाम की एक विशेष गैलरी में बैठाया जाएगा।”
काशी क्षेत्र के आईटी सेल के प्रभारी वैभव कपूर ने कहा, “साल 2014 में सिर्फ 40 पार्टी नेताओं को ही शपथ ग्रहण समारोह के लिए निमंत्रण मिला था। लेकिन इस बार काशी के लगभग 250 लोगों को यह मौका मिल रहा है। पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता खुश हैं क्योंकि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि प्रधानमंत्री मोदी इस तरह से उन्हें धन्यवाद देंगे।”
मोदी ने अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए काशी के नागरिकों, पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं का आभार जताने के लिए वाराणसी का दौरा किया था।