नई दिल्ली, 6 नवंबर- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। एक ओर जहां कैबिनेट विस्तार की अटकलें जोरों पर हैं, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रपति भवन के सूत्र ने बताया कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के बीच इस संबंध में अभी कोई चर्चा नहीं हुई है।
राष्ट्रपति भवन के एक आधिकारिक सूत्र ने आईएएनएस को बताया, “उन्होंने पुष्पांजलि अर्पित की और गुरुवाणी में शामिल हुए। उनके बीच कोई बातचीत नहीं हुई।”
गुरु नानक की 546वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपति भवन में भी गुरुवाणी (भजन) गायन के एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
राष्ट्रपति भवन से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया, “गुरु नानक जयंती पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में आने वाले गणमान्यों में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे। गुरुवाणी भाई चमनजीत सिंह और उनकी पार्टी ने गाई।”
गुरुवार सुबह अपने ट्वीट में मोदी ने लोगों से गुरु नानक द्वारा दिखाए गए दया भाव, सच्चाई और शांति के मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
मोदी ने अपने एक ट्वीट में लिखा, “मैं गुरु नानक जयंती के मौके पर पूज्य गुरु नानक (देवजी) को नमन करता हूं। गुरु नानक (देवजी) का जीवन और उनकी शिक्षाएं हमें सदैव प्रेरित करती रहेंगी। हमें उनके द्वारा दिखाए गए दया भाव, सच्चाई और शांति के मार्ग पर चलना चाहिए।