नई दिल्ली, 29 जनवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि जागरुकता वाले कार्यक्रमों से कुष्ठ रोग और उससे प्रभावित व्यक्तियों को लेकर हमारे सामाजिक व्यवहार में बदलाव लाने में मदद मिलेगी। इससे बीमारी से लड़ रहे व्यक्तियों और संगठनों के मनोबल और प्रेरणा को भी बल मिलेगा।
कुष्ठ निवारण दिवस के अवसर पर गुरुवार को हिंद कुष्ठ निवारण संघ को दिए अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, “मुझे यह जानकर अत्यंत खुशी हो रही है कि संगठन कुष्ठ रोग के क्षेत्र में रचनात्मक मानवीय कार्य करने में लगा हुआ है।”
उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि ऐसे जागरूकता वाले कार्यक्रमों से कुष्ठ रोग और उससे प्रभावित व्यक्तियों के बारे में हमारे समाज के व्यवहार में परिवर्तन लाने में मदद मिलेगी। इससे, इस बीमारी से लड़ रहे व्यक्तियों और संगठनों के मनोबल और प्रेरणा को भी बल मिलेगा।”
30 जनवरी को पूरे भारत में कुष्ठ रोग निवारण दिवस के रूप में मनाया जाता है।