लखनऊ, 6 फरवरी-उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राममंदिर आंदोलन के अगुआ रहे कल्याण सिंह ने मंदिर निर्माण के लिए बने ट्रस्ट पर खुशी जताई और कहा कि ट्रस्ट में पिछड़े समाज के भी किसी व्यक्ति को भी ट्रस्ट में स्थान दिया जाना चाहिए। कल्याण सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ट्रस्ट की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तथा मुख्यममंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देते हुए कहा कि ट्रस्ट में दलित समाज के व्यक्ति को सदस्य बनाने का फैसला उचित है। लेकिन, पिछड़े समाज के भी किसी व्यक्ति को भी ट्रस्ट में स्थान दिया जाना चाहिए, ताकि मंदिर से पिछड़ों के जुड़ाव को भी सम्मान देने का संदेश जाए और हिंदू समाज के सामाजिक समरसता का भाव प्रमाणित हो।
उन्होंने कहा, “वर्षो की साध पूरी हो गई। अब अपने जीते जी ‘श्रीराम जन्मभूमि’ स्थल पर प्रभु श्रीराम का मंदिर देख सकूंगा। करोड़ों लोगों की वर्षो की इच्छा पूरी हो गई। पिछड़ी जातियां सब की सब भगवान राम की भक्त हैं।”
अयोध्या में ढांचा ध्वंस मामले में न्यायालय से एक दिन की सजा पाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री ट्रस्ट की घोषणा पर काफी खुश नजर आए। उन्होंने कहा, “मैंने पहले भी कहा था कि रामलला के जन्मस्थान पर मंदिर के लिए एक नहीं जीवनभर के लिए जेल में रहने को तैयार हूं। राम मंदिर के लिए एक नहीं सैकड़ों सत्ता कुर्बान कर सकता हूं। इसलिए अब जब मंदिर बनने जा रहा है तो मुझसे ज्यादा खुशी किसको होगी।”
उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर उनके जीवन काल में बनकर तैयार हो जाएगा और वह अयोध्या जाकर वहां दर्शन कर जिंदगी की सबसे बड़ी अभिलाषा पूर्ण कर सकेंगे।
जब ट्रस्ट में उनकी भूमिका को लेकर सवाल किया गया तो कल्याण सिंह ने साफ किया, “मैं जैसा भी हूं, ठीक हूं।” उन्होंने कहा कि लंबे अंतराल के बाद ये दोनों ही काम अच्छे हुए हैं।
ज्ञात हो कि अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के 9 नवंबर के फैसले के 88 दिन बाद सरकार ने राम मंदिर बनाने के लिए ट्रस्ट की घोषणा कर दी। इसमें 15 सदस्य होंगे। बुधवार को दिल्ली चुनाव से ठीक 3 दिन पहले और कैबिनेट के फैसले के फौरन बाद प्रधानामंत्री नरेंद्र मोदी संसद पहुंचे। वहां लोकसभा में उन्होंने प्रश्नकाल से पहले ट्रस्ट बनाए जाने का ऐलान किया। ट्रस्ट का नाम ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ होगा।