नई दिल्ली, 12 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की हिस्सेदारी वाले पूर्ति समूह में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर उनके इस्तीफे की विपक्ष की मांग और हंगामे के कारण मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही बाधित हुई।
सदन के नेता अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस सदन की कार्यवाही जानबूझ कर बाधित कर रही है, क्योंकि वह कुछ विधेयकों को पारित नहीं होने देना चाहती।
गडकरी पहले ही वित्तीय लेन देन में पूर्ती समूह या खुद के किसी तरह की गड़बड़ी में शामिल होने से इंकार कर चुके हैं।
सदन की कार्यवाही जैसे ही मंगलवार को शुरू हुई, विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राज्यसभा में सोमवार को दिए गए गडकरी के जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने सदन की कार्यवाही स्थगित करने और इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया, जिसे लेकर सोमवार को सदन की कार्यवाही बाधित रही।
जेटली ने हालांकि कहा, “लोक लेखा समिति (पीसीए) नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पर चर्चा करेगी। मंत्री कल यहां उपस्थित थे, तब आपने उनसे सफाई क्यों नहीं मांगी?”
जेटली ने कहा, “यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है..आप सदन की कार्यवाही चलने देना नहीं चाहते, क्योंकि कुछ विधेयक हैं, जिन्हें आप पारित नहीं होने देना चाहते।”
इसके बाद विपक्ष ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया और पूर्वाह्न् 11.30 बजे सदन को पहली बार और अपराह्न् 12 बजे दूसरी बार स्थगित किया गया।