जयपुर, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। राजस्थान में सोमवार को लोकसभा के चौथे चरण में शाम पांच बजे तक 62.06 प्रतिशत मतदान हुआ। बाड़मेर में सर्वाधित 67.92 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं टोंक सवाई माधोपुर में सबसे कम 55.35 प्रतिशत मतदान हुआ।
इसी तरह चित्तौड़गढ़ में 66.97 फीसदी, झालावाड़-बारां में 66.31 फीसदी, बांसवाड़ा में 66.12 फीसदी, जोधपुर में 62.59 और टोंक सवाई माधोपुर में 55.35 फीसदी मतदान हुआ।
जोधपुर में, 90 वर्षीय बिरदी देवी ने बरकतुल्लाह खान स्टेडियम के मतदान केंद्र में अपनी 111 वर्षीय मां दक्ष देवी के साथ वोट डाले। वे एक ऑटो-रिक्शा में मतदान केंद्र पहुंचीं, जिसके बाद दोनों को वोट डालने के लिए ले जाया गया।
बिरदी ने कहा कि उनकी मां अस्वस्थ हैं, लेकिन वह भी सोचती हैं कि मतदान हमारा अधिकार है और हम सभी को इसे आस्था के साथ करना चाहिए।
बाड़मेर में, कांग्रेस से भाजपा के दिग्गज नेता रहे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह, भाजपा के कैलाश चौधरी के खिलाफ लड़ रहे हैं।
मानवेन्द्र हाल ही में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे और उनका दावा है कि वह राजपूतों के स्वाभिमान और सम्मान के लिए लड़ रहे हैं, क्योंकि उनके पिता को 2014 में भाजपा ने टिकट नहीं दिया था।
अन्य सबसे चर्चित सीट जोधपुर है, जहां केंद्रीय राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के खिलाफ मैदान में उतारा गया है।
इसी तरह, बांसवाड़ा में भारतीय जनजातीय पार्टी नामक एक नई पार्टी का उदय हुआ, जिसने विधानसभा चुनाव में दो सीटें जीतीं। यह पार्टी क्षेत्र के आदिवासियों का प्रतिनिधित्व करती है, जो दावा करती है कि उन्हें कांग्रेस और भाजपा दोनों ने नजरअंदाज किया है।
साथ ही, इस पार्टी का चित्तौड़गढ़ और उदयपुर निर्वाचन क्षेत्रों में काफी प्रभाव है।
झालावाड़-बारन का प्रतिनिधित्व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके बेटे दुष्यंत सिंह ने किया है, जो यहां से तीन बार सांसद रहे हैं।