राज्य में जिन 199 सीटों पर चुनाव हुए, उनमें भारतीय जनता पार्टी ने 162 सीटें जीती. एक सीट पर चुनाव टाल दिया गया था.नरेंद्र मोदी के समर्थन में चली हवा ने कांग्रेस को बुरी तरह झुलसा दिया है. कांग्रेस ने पिछले चुनाव में 96 सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार वह मुश्किल से 21 सीटें हासिल कर पाई.
भाजपा की ऐतिहासिक जीत और कांग्रेस के करारी हार के कारणों को समझने की ज़रूरत है.
राजस्थान में मोदी और हिंदुत्व का ये तीव्र उभार एकाएक नहीं हुआ. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेटवर्क के माध्यम से प्रदेश में हिंदुत्व की लहर भीतर ही भीतर चल रही थी.
भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी ने राज्य में 20 आक्रामक सभाएं करके भाजपा के पक्ष में बवंडर सा ला दिया था.
कांग्रेस के एक प्रमुख नेता कहते हैं, “थार के सूने विस्तार में मोदी के बारे में लोगों में चर्चा सुनी तो चौंक सा गया था, लेकिन तब यह कल्पना नहीं कर सकते थे कि परिणाम इतने चौंकाने वाले आ सकते हैं.”