राजस्थान के राजस्व मंत्री हेमा राम चौधरी ने बाड़मेर में प्रस्तावित रिफाइनरी की जगह बदले जाने से नाराज होकर राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, मुख्यमत्री कार्यालय ने इस्तीफा मिलने से इंकार किया है।
यद्यपि राजस्व मंत्री ने मुख्यमंत्री को भेजे गए अपने पत्र में इस्तीफे के कारण का उल्लेख नहीं किया है लेकिन जिले में कल प्रस्तावित रिफाइनरी के मुददे पर बैठक में उनकी कांग्रेस के एक विधायक कर्नल सोनाराम से सार्वजनिक तौर पर तकरार हो गई थी।
किसानों और निर्वाचित प्रतिनिधियों के बीच बैठक रिफाइनरी स्थल को लीलाला से पचपदरा (दोनों बाड़मेर जिले में हैं) स्थानांतरित करने के मुद्दे पर बुलाई गई थी। जहां चौधरी से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं हो सका, वहीं सोनाराम ने बताया कि किसानों ने रिफाइनरी का स्थल बदलने पर सवाल खड़ा किया था और उनके दबाव में मंत्री ने घोषणा की थी कि वह सरकार से इस्तीफा देंगे।
सोनाराम ने कहा कि मैं क्यों उनसे (चौधरी से) ऐसा करने को कहूंगा। मेरे उनके साथ बहुत अच्छे संबंध हैं। रिफाइनरी का स्थल बदले जाने पर किसानों और जनता के आंदोलन में हिस्सा लेने वाले सोनाराम ने कहा कि संभवत: मंत्री, मुख्यमंत्री को रिफाइनरी को लीलाला में ही रखने की बात नहीं समझा सके।
स्थानीय मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाते रहे सोनाराम ने कहा कि रिफाइनरी को दूसरी जगह ले जाने और मंत्री के इस्तीफे से इस साल के उत्तरार्ध में गहलोत सरकार की संभावनाओं पर असर पड़ सकता है।