नई दिल्ली, 15 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने शुक्रवार को एक बैठक में पठानकोट आतंकी हमले पर चर्चा की।
बैठक के बाद एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने खुफिया एजेंसियों द्वारा हमले की पूर्व सूचना देकर इस चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटने और संभावित नुकसान को कम करने की सराहना की।
दोनों नेताओं ने सुरक्षा बलों द्वारा दिखाई गई बहादुरी की सराहना की और पठानकोट वायुसेना अड्डे पर आतंकी हमले के खिलाफ कार्रवाई में अपनी जान की कुर्बानी देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी।
बयान में कहा गया है, “इस तरह के घातक हमलों को रोकने, उनका पता लगाने और नाकाम करने के तौर-तरीकों पर बैठक में चर्चा की गई। यह भी महसूस किया गया कि संबद्ध एजेंसियों ने हमले से निपटने में जो ताकत दिखाई, खासकर जो तालमेल दिखाया, उसकी न केवल सराहना की जानी चाहिए, बल्कि इसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए।”
बयान में कहा गया है, “यह महसूस किया गया कि खुफिया जानकारी की पुष्टि होने के बाद, निर्णय लेने और बलों की तैनाती के मामले में त्वरित कार्रवाई की गई।”
दोनों मंत्रियों ने सीमापार के शत्रुतापूर्ण तत्वों के लगातार खतरों के मद्देनजर खुफिया और एहतियाती क्षमताओं को, खासकर प्रौद्योगिकी के संदर्भ में, और बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया।
बयान में कहा गया है कि बेहतर मीडिया संचार रणनीति की जरूरत भी महसूस की गई। यह तय किया गया कि इस तरह की घटनाओं में मौके पर मौजूद अधिकृत व्यक्तियों द्वारा ही मीडिया को जानकारी दी जाए।
बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह सचिव राजीव महर्षि, रक्षा सचिव जी.मोहन कुमार भी मौजूद थे।