नई दिल्ली, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय सेना के हिममानव येति के पैरों के निशान देखने के दावे के बाद जिज्ञासा और विवाद बढ़ गया है।
सेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक तस्वीर पोस्ट की गई है, जिसमें बर्फ में येति के पैरों के निशान होने का दावा किया गया है।
पोस्ट में कहा गया, “पहली बार, भारतीय सेना के पर्वतारोहण अभियान दल ने मकालू बेस कैंप के करीब ‘येति’ के पैरों के निशान देखे हैं।”
पोस्ट में आगे कहा गया, “इस हिममानव को इससे पहले सिर्फ मकालू-बरुन नेशनल पार्क में देखा गया है।”
सेना के सूत्रों ने बाद में दावा किया कि इसे फोटो और वीडियो के प्रमाण के आधार पर सार्वजनिक किया गया।
उन लोगों ने दावा किया कि सबूतों वाली तस्वीरें पहले के सिद्धांतों से मिलती-जुलती हैं और इसे सार्वजनिक करने का मकसद वैज्ञानिक प्रकृति को बढ़ावा देने और जागरूकता को फिर से बढ़ाना है।
नेशनल कान्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सेना के इस दावे को धार्मिक मान्यताओं से जोड़ते हुए ट्वीट किया, “भाजपा को इस पर जरूर काम करना चाहिए कि बाकी चुनाव प्रचार अभियान में इसे कैसे भुनाया जाए।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता तरुण विजय ने ट्वीट कर कहा, “बधाई, हमें आप पर हमेशा गर्व है। भारतीय सेना के पर्वतारोहण अभियान दल को सलाम। लेकिन, कृपया आप भारतीय हैं, येति को जानवर नहीं कहें। उनके प्रति सम्मान दिखाएं..आप कहें कि वह एक हिममानव है।”
देखते ही देखते येति ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा और लोग प्रतिक्रिया देने लगे और उपहास भी करने लगे।
एक यूजर ने पोस्ट किया, “येति को लेकर की जा रहीं बातें मुझे तिब्बत के टिनटिन और उस घिसे-पिटे दृश्य की भी याद दिलाती हैं, जिसमें कहा गया है कि कैप्टन हैडॉक दिल्ली में है।”
एक अन्य ने ट्वीट किया, “हनुमान जी पर्वत पर? सिर्फ एक विचार।”