आगरा/भोपाल: आगरा के एक पशु चिकित्सक का कहना है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा सांसद मेनका गांधी ने उन्हें गालियां दीं एवं उनका लाइसेंस रद्द कराने की धमकी दी है.
सोशल मीडिया पर इस संबंध में ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद विरोध शुरू हो गया जिसमें गांधी ने चिकित्सक एनएल गुप्ता की डिग्रियों पर भी प्रश्नचिह्न लगाया है. वह एक व्यक्ति से उसके कुत्ते की सर्जरी करने की खातिर लिए गए धन को भी लौटाने के लिए कह रही हैं.
ऑडियो क्लिप में आवाज की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकती है, लेकिन चिकित्सक ने आरोप लगाए कि उन्हें सीतापुर की सांसद ने फोन किया था.
इस कथित बातचीत के दौरान गांधी ने चिकित्सक के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया जबकि चिकित्सक उन्हें ‘मैडम’ कहते सुनाई दे रहे हैं.
सांसद ने उनसे कहती हैं कि कुत्ते की सर्जरी के लिए ली गई धनराशि नहीं लौटाने की सूरत में जिलाधिकारी से कहकर उनका क्लीनिक बंद करवा देंगी. उन्होंने उन्हें जेल भेजने की धमकी भी दी जाती है. सांसद ने ऑडियो में कहा कि दूसरे डॉक्टर ने गुप्ता द्वारा की गई सर्जरी को खराब काम बताया.
गुप्ता ने बताया कि एक जून को ग्वालियर के आनंद अपने कुत्ते लेकर उनके क्लीनिक पर आए और उन्होंने पूरे प्रोटोकॉल के साथ कुत्ते का ऑपरेशन किया था.
गुप्ता ने कहा, ‘मुझे सांसद मेनका गांधी का 21 जून को कुत्ते की सर्जरी के बारे में फोन आया. उन्होंने मुझे कहा कि वह 70 हजार रुपये मुआवजे का भुगतान कुत्ता मालिक को करें अन्यथा वह उनका लाइसेंस रद्द करा देंगी.’
गुप्ता ने कहा कि उन्होंने कुत्ता मालिक से सर्जरी के बाद उसका ख्याल रखने के लिए कहा था, लेकिन उसने ख्याल नहीं रखा. उन्होंने कहा, ‘मैंने भारतीय पशु चिकित्सा संगठन को इस फोन कॉल से अवगत करा दिया है.’
गुप्ता ने उनके और उनके पिता की योग्यता का अपमान करने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, ‘उसने मेरे पेशे, मेरे पिता और मेरी योग्यता का अपमान किया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.’
इसके बाद आगरा के इंडियन वेटनरी एसोसिएशन के सदस्यों ने गांधी के खिलाफ नारेबाजी की.
हाल में एक अन्य ऑडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था, जिसमें मेनका गांधी सीतापुर में एक पुलिस अधिकारी से कथित तौर पर कह रही हैं कि एक कुत्ते की टांग तोड़ने के लिए एक व्यक्ति पर मामला दर्ज किया जाए और उसे थप्पड़ मारा जाए.
इस बीच मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी वीएस तोमर ने कहा, ‘घटना उनके संज्ञान में आया है और जांच जारी है कि डॉक्टर के पास वैध डिग्री है अथवा नहीं और उनकी क्लीनिक में उचित सुविधाएं हैं या नहीं.’
इंडियन वेटनरी एसोसिएशन (आईवीए) ने कहा है कि भाजपा सांसद और पशु अधिकार कार्यकर्ता मेनका गांधी द्वारा एक पशु चिकित्सक को डांटने के दौरान कथित तौर पर असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने के विरोध में देश भर के पशु चिकित्सकों ने बुधवार को काला दिवस मनाया और काली पट्टी बांधी.
आईवीए द्वारा राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया था. आईवीए अध्यक्ष और भारतीय पशु चिकित्सा परिषद के सदस्य उमेश शर्मा ने बुधवार को यहां एक बयान में कहा कि देश भर के पशु चिकित्सकों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री द्वारा कथित तौर पर उनके खिलाफ की जाने वाली भाषा की कड़ी निंदा की और विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध कर काम किया.
शर्मा ने कहा कि मेनका गांधी ने मंगलवार को फोन पर एक पशु चिकित्सक के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया और बातचीत के दौरान असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया. मेनका गांधी की कथित बातचीत का एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सा संघ की जनपद इकाई के अध्यक्ष और उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, सादाबाद डॉ. बी. गोयल ने बताया कि मेनका गांधी की एक कथित फोनवार्ता का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें मेनका गांधी ने आगरा के एक प्राइवेट वेटनरी प्रैक्टिशनर को एक कुत्ते के इलाज में कथित लापरवाही के लिए फोन पर भद्दी-भद्दी गालियां दे रही हैं.
उन्होंने कहा कि इसमें धमकाने और पैसा देकर मामला रफा-दफा करने का दबाव डाला गया.
पशु चिकित्सकों का कहना है कि मेनका गांधी अक्सर पशु चिकित्सकों को धमकाने, गाली देने, भद्दी एवं अपमानजनक भाषा के प्रयोग करने की आदी हैं. इसकी पुष्टि कई फोन ऑडियो टेप से हो चुकी है.
आईवीए ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी एक पत्र लिखा है और उनसे मेनका गांधी की टिप्पणी पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा कि मेनका गांधी के इस कृत्य से भाजपा की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचता है. एसोसिएशन ने मांग की कि भाजपा सांसद अपनी टिप्पणी वापस लें और सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे.
शर्मा ने कहा कि कोविड-19 के संकट के दौरान देश भर में 150 से अधिक पशु चिकित्सक और एक हजार से अधिक पैरामेडिक्स लोगों ने राष्ट्र की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाई है.