नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की गोरखपुर पुलिस ने दो घरों के ऊपर कथित तौर पैट पाकिस्तानी झंडे फहराए जाने को लेकर ब्राह्मण जन कल्याण समिति की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए राजद्रोह के आरोप में 10 नवंबर को चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया.
सोशल मीडिया पर इससे संबंधित एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें दो घरों की छतों पर लटके पाकिस्तानी झंडों की कथित तस्वीरें देखी जा सकती है.
इसके बाद हिंदू संगठन ब्राह्मण जन कल्याण समिति के अध्यक्ष कल्याण पांडेय ने चौरी चौरा पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई.
एक भीड़ इन घरों के बाहर इकट्ठा हो गई और हिंदू धर्म से जुड़े नारे लगाने लगी और घरों पर पथराव किया. आरोपियों में से एक का दोपहिया वाहन भी भीड़ ने क्षतिग्रस्त कर दिया.
इस मामले में दर्ज एफआईआर में चार स्थानीय कारोबारी तलीम, पप्पू, आशिक और आसिफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
गोरखपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार अवस्थी ने कहा कि चार लोगों ने इस्लामिक झंडे लगाने का दावा किया है, जिसका पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है.
हालांकि, सोशल मीडिया पर इन झंडों को पाकिस्तानी झंडे बताए जाने के बाद इन्हें हटा लिया गया.
पुलिस ने दोनों घरों की तलाशी ली लेकिन उन्हें कोई पाकिस्तानी झंडा नहीं मिला. आरोपियों ने इन धार्मिक झंडों को पुलिस को सौंप दिया है. गोरखपुर पुलिस ने गुरुवार को ट्वीट कर घटना का उल्लेख किया था.
पुलिस ने ट्वीट कर बयान जारी कर कहा था कि पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ इस सूचना पर मामला दर्ज किया है कि इन्होंने पाकिस्तानी झंडे लगाए थे. इन झंडों को कब्जे में ले लिया गया है.
दरअसल पुलिस के इस बयान में कहीं भी यह नहीं कहा गया था कि उनकी तलाशी में उन्हें कोई पाकिस्तानी झंडा मिला है या फिर उन्होंने जिन झंडों को कब्जे में लिया है, वे पाकिस्तानी झंडे हैं.