मुंबई- नकदी के संकट से जूझ रहे यस बैंक में अब तक इक्विटी खरीदने वाले घरेलू वित्तीय संस्थानों को प्राइवेट बैंक की रिस्ट्रक्चरिंग स्कीम के तहत अप्रत्याशित लाभ हुआ। सात प्राइवेट बैंक और सार्वजनिक क्षेत्र के तहत आने वाले भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 10 रुपये मूल्य (दो रुपये अंकित मूल्य और आठ रुपये प्रीमियम) पर यस बैंक के 1,000 करोड़ शेयर खरीदकर बैंक में 10,000 करोड़ रुपये डाले। मंगलवार को बैंक के शेयर की कीमत 58.65 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
अगर निवेशक इन शेयरों का एक अंश बेचते हैं कि उनको तकरीबन छह गुना अधिक रिटर्न प्राप्त हो सकता है।
आईसीआईसीआई बैंक और हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन ने यस बैक में एक-एक हजार करोड़ रुपये के 100-100 करोड़ शेयर खरीदे अगर ये बैंक 25 अपने निवेश का 25 फीसदी अर्थात 25 करोड़ शेयर भी बेचते हैं तो प्रत्येक को यस बैंक के शेयर के वर्तमान मूल्य पर करीब 1,500 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। इस प्रकार न सिर्फ उनको पूरी निवेश राशि की वसूली होगी, बल्कि अच्छा मुनाफा भी मिलेगा।
इसी प्रकार अन्य बैंकों को भी उनके शेयर का महज एक हिस्सा बेचने से उनके निवेश से ज्यादा लाभ मिल सकता है।