वाशिंगटन, 21 मार्च (आईएएनएस)।
यमन की राजधानी सना और सदा प्रांतों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान हुए आत्मघाती हमलों की जिम्मेदारी आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है।
लेकिन व्हाइट हाउस की ओर से शुक्रवार को जारी बयान एक में कहा गया है कि अमेरिका इस बात की पुष्टि नहीं कर सकता कि यमन हमलों में आईएस का हाथ रहा है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान यमन की राजधानी सना और सदा प्रांत की मस्जिदों में हुए तीन बम विस्फोटों में कम से कम 137 लोग मारे गए और लगभग 350 लोग घायल हो गए। आईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोस अर्नेस्ट ने कहा, “इस स्तर पर यमन में इन चरमपंथियों और इराक व सीरिया में आईएसआईएल लड़ाकों के बीच संबंधों के कोई स्पष्ट साक्ष्य नहीं मिले हैं।”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अर्नेस्ट ने कहा कि अमेरिका इस मामले की जांच कर रहा है कि क्या इन हमलों के लिए आतंकवादियों को बाहर से निर्देशित और नियंत्रित किया जा रहा था। इससे आईएस के दावे की पुष्टि के लिए साक्ष्य मिल सकते हैं।
अर्नेस्ट ने पिछले सप्ताह आईएस द्वारा ट्यूनीशिया में किए गए हमलों की जिम्मेदारी लेने के दावों पर भी सवाल उठाए। क्योंकि उनका मानना है कि आईएस आमतौर पर दुष्प्रचार के लिए इस तरह के दावे करता रहता है।
अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी बयान के मुताबिक, अमेरिका ने यमन में इन आत्मघाती हमलों की भर्त्सना करते हुए हमलावरों की क्रूरता की निंदा की है।