तिरुवनंतपुरम, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। आंतरिक संघर्ष से जूझ रहे यमन में फंसे 750 भारतीय नगरिकों की स्वदेश वापसी के लिए वहां पहुंच चुके भारतीय नौसेना के दो जलपोतों को अदन बंदरगाह पर पहुंचने के लिए सुरक्षा मंजूरी का इंतजार है, जबकि एक अन्य जलपोत अल-मुकाला बंदरगाह पर पहुंचने वाला है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
केरल के प्रवासी नागरिकों के कल्याण की देखरेख करने वाले एक सरकारी संगठन ‘रूट्स नूरका’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर. एस. कन्नन ने आईएएनएस को शनिवार को बताया कि दो भारतीय विमानों ने फंसे भारतीय नागरिकों को सना से जिबूती पहुंचा दिया है।
कन्नन ने कहा, “हमें बताया गया है कि वहां 500 भारतीय नागरिक दो भारतीय जलपोतों का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही पोतों को मंजूरी मिल जाती है, वे बंदरगाहों पर लगा दिए जाएंगे ताकि वहां फंसे नागरिक स्वदेश लौटने के लिए उन पर सवार हो सकें।”
उन्होंने बताया कि एक अन्य जलपोत अल-मलूका बंदरगाह की ओर जा रहा है।
एक नर्स ने यहां पत्रकारों को बताया कि अल-मलूका में आतंकवादियों द्वारा उनके अस्पताल को घेर लिया गया है और स्थिति गंभीर बनी हुई है।
नर्स ने कहा, “अल-मलूका में सभी दुकानें एवं संस्थान बंद हैं और हमें बम विस्फोट की आवाजें सुनाई दे रही हैं। भारत सरकार को तेजी दिखानी होगी।”
कन्नन ने आगे बताया, “हमें बताया गया है कि एक विमान भारतीय नागरिकों को जिबूती से लेकर आज (शनिवार) आधी रात तक कोच्चि और मुंबई पहुंचेगा।”