संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने मंगलवार को एक रिपोर्ट में कहा, “यूनिसेफ को यमन में बच्चों के घायल होने के 1,560 से ज्यादा मामले जानने में आए हैं।”
एक रिपोर्ट के हवाले से कहा गया, “मार्च 2015 से लेकर हर दिन औसतन कम से कम छह बच्चे मारे गए या घायल हुए। यह आंकड़ा 2014 की तुलना में सात गुणा अधिक है।”
रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों के मारे जाने या घायल होने की अधिकांश घटनाएं तैज, साना, सादा, अदन और हज्जाह प्रशासन में घटित हुईं, जहां हिंसा व संघर्ष सबसे ज्यादा रहा है।
यमन सितंबर 2014 से गृहयुद्ध के दलदल में फंसा हुआ है।
देश में सुरक्षा हालात मार्च 2015 में उस वक्त और ज्यादा खराब हो गए, जब आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट(आईएस) ने यमन में अपना पहला बड़ा हमला किया और सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन ने हौती समूह को निशाना बनाकर हवाई हमले करने शुरू किए।