यंगून, 26 मई (आईएएनएस)। म्यांमार और बांग्लादेश के बीच हुए एक समझौते के तहत म्यांमार के अधिकारी म्यांमार नौसेना द्वारा बचाए गए 200 बांग्लोदेशी नौका प्रवासियों को स्वदेश भेजेंगे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, 208 में से 200 प्रवासियों को रखिने राज्य के मॉन्गताव में अले थैंकयाव गांव के राहत शिविरों में रखा गया है। जहां जांच-पड़ताल में पता चला है कि वे उत्तरी ढाका, चिटगांव और कॉक्स बाजार के रहने वाले हैं, जो नौकरियों के लिए थाईलैंड और मलेशिया जा रहे थे।
दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों ने इन प्रवासियों को स्वदेश भेजने की तैयारी कर ली है। प्रवासियों में से आठ अन्य राखिने राज्य से मिले बंगाली हैं।
म्यांमार के जलक्षेत्र में नियमित गश्ती के दौरान यहां की नौसेना को 21 मई को मॉन्गताव के पश्चिमी तट पर दो संदिग्ध मत्स्य नौकाएं दिखी थी, जिसमें 208 लोग सवार थे।
म्यांमार सरकार द्वारा की गई जांच में पता चला कि नौका में सवार कुछ लोग मानव तस्करी के शिकार थे। अवैध नौकरी दलालों ने उन्हें थाईलैंड, मलेशिया में नौकरी का प्रस्ताव दिया था।