नई दिल्ली,- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान से प्रेरित होकर लैला शाह ने पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में दो समुदायों के बीच हुए दंगे के कारण सड़क पर जमा ईंट-पत्थर और बोतलों के टुकड़ों की सफाई की।
35 वर्षीया किन्नर लैला ने आईएएनएस से कहा, “सड़क पर बिखरे ईंट और कांच के टुकड़े देखकर मुझे अपने पड़ोस के इस हिस्से को साफ करने की जरूरत महसूस हुई, जैसा कि मोदी ने भी अपील की है। इसीलिए मैंने झाड़ू उठाया और सफाई अभियान शुरू करने का फैसला किया।”
त्रिलोकपुरी के ही ब्लॉक-35 में रहने वाली लैला के इस सफाई अभियान में उनके चार रिश्तेदार भी शामिल हो गए, जो उनके साथ एक ही इमारत में रहते हैं।
लैला ने मुस्कुराते हुए कहा, “मेरे दोस्तों और मैंने लगभग चार घंटे लगकर पूरे इलाके को साफ किया। दूसरे परिवारों के लोगों को हमारे साथ अपने इलाके की सफाई में साथ आता देख मुझे बेहद खुशी हुई।”
उन्होंने बताया कि तनाव के चलते इलाके में आने से डर रहे सफाई कर्मचारियों ने भी बाद में आकर सफाई की।
दिवाली वाले दिन 23 अक्टूबर को दो समुदायों के बीच मामूली बात को लेकर उठा विवाद हिंसक झड़प में बदल गया और कई दिनों तक इलाके में तनाव का माहौल बना रहा, जिसके कारण इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर चार से अधिक लोगों को समूह में एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया।
पिछले 20 वर्षो से यहीं रह रहीं लैला ने बताया कि प्रतिबंध के बावजूद वह घर से निकलीं।
लैला ने कहा, “झगड़ा शुक्रवार को शुरू हुआ और शनिवार तक रुक-रुक कर झड़पें होती रहीं। इस बीच मैंने चीखने-चिल्लाने और रोने की आवाजें सुनीं। यहां तक कि कुछ लोगों ने हमारे ब्लॉक में भी घुसने की कोशिश की, लेकिन हम सबने मुख्य द्वार पर उन्हें रोक दिया।”
लैला ने बताया, “भीड़ में से कुछ लोगों ने हम पर तेजाब डालने की धमकी भी दी, लेकिन हमने उन्हें अंदर नहीं आने दिया।”