नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। अमेरिकी समाचार पत्रिका ‘टाइम’ ने विवादास्पद हेडलाइन के साथ 20 मई के अंतर्राष्ट्रीय संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने कवर पर स्थान दिया है। इससे पूरे भारत में चुनाव के बीच विवाद पैदा हो सकता है।
पत्रिका ने अपने कवर पर मोदी को ‘इंडियाज डिवाइडर इन चीफ(भारत को बांटने वाला प्रमुख)’ बताया है। कवर पेज की दूसरी हेडलाइन में प्रधानमंत्री को ‘मोदी द रिफॉर्मर(मोदी एक सुधारक)’ बताया गया है।
‘इंडियाज डिवाइडर इन चीफ’ संभवत: पत्रिका की कवर स्टोरी है, जिसे आतिश तासीर ने लिखा है। इसका शीर्षक ‘क्या दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र मोदी सरकार के और पांच साल को झेल सकता है’ है।
आलेख के अनुसार, इसमें प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के धर्मनिरपेक्ष विचार की मोदी के तहत मौजूदा ‘तनाव’ से तुलना की गई है, जिन्होंने ‘हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने की इच्छा का प्रदर्शन नहीं किया है।’
इसके अलावा आलेख में 2002 गुजरात दंगों का जिक्र किया गया है, जिसमें कईयों की जान गई थी।
पूरा आलेख हिंदू-मुस्लिम संबंधों पर आधारित है और मोदी पर हिंदू समर्थक होने का आरोप लगाया गया है।
यह पहली बार नहीं है जब टाइम ने मोदी के बारे में आलोचनात्मक रुख अपनाया है। इससे पहले 2012 में प्रकाशित एक आलेख में उन्हें विवादास्पद, महत्वाकांक्षी और चालाक राजनेता कहा गया था।
इस आलेख में कांग्रेस की भी आलोचना की गई है, जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस के पास वंशवाद की राजनीति के अलावा काफी कम चीजें हैं। आलेख में मोदी को विपक्षियों के ‘कमजोर’ होने की वजह से ‘भाग्यशाली’ बताया गया है।
इस आलेख पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने कहा कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि मोदी के शासनकाल में, भारत ने अल्पसंख्यकों को पीट-पीट कर मार डालने की शर्मनाक कृत्य को देखा, जबकि इसपर भाजपा ने लगातार शातिराना चुप्पी साधे रखी।
कांग्रेस प्रवक्ता संजय झा ने आईएएनएस से कहा, “मोदी ने 2019 में अपने हिंदुत्व अभियान को बेशर्मी से शुरू कर दिया। उन्होंने ध्रुवीकरण के लिए वायनाड को हिंदू अल्पसंख्यक सीट बता दिया, जहां से राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “भोपाल से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भाजपा उम्मीदवार के रूप में खड़ा करके मोदी ने स्पष्ट संदेश दे दिया कि वह हिंदू राष्ट्र के आरएसएस के एजेंडे के समर्थन में हैं।”