मेरठ, 28 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां गुरुवार को उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव लड़ रहे समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन को ‘सराब’ की संज्ञा दी और कहा कि यह लोगों के स्वास्थ्य और राज्य के लिए हानिकारक है।
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने प्रधानमंत्री को मादक पेय पदार्थ से विपक्षी पार्टियों की तुलना करने पर आड़े हाथों लिया है। उर्दू में ‘सराब’ का मतलब मृगतृष्णा या भ्रमजाल होता है, जबकि हिंदी में ‘शराब’ मादक पेय पदार्थ होती है।
मोदी ने यहां चुनावी रैली में कहा, “सपा का ‘सा’, रालोद का ‘रा’ और बसपा का ‘ब’ मतलब ‘सराब’। ये सराब आपको बर्बाद कर देगा।”
उन्होंने कहा कि सराब लोगों के स्वास्थ्य के लिए और उत्तर प्रदेश और देश के लिए हानिकारक है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि पांच वर्षो तक सत्ता में रहने के बाद, मोदी मतदाताओं को फिर से भ्रमजाल में फंसा रहे हैं।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “आज टेली-प्रॉम्प्टर ने यह पोल खोल दी कि सराब और शराब का अंतर वे लोग नहीं जानते जो नफरत के नशे को बढ़ावा देते हैं।”
उन्होंने कहा, “सराब को मृगतृष्णा भी कहते हैं और यह वह धुंधला सा सपना है जो भाजपा 5 साल से दिखा रही है, लेकिन जो कभी हासिल नहीं होता। अब जब नया चुनाव आ गया तो वह नया सराब दिखा रहे हैं।”
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने नई दिल्ली में कहा, “क्या इस तरह की बातें प्रधानमंत्री को करनी चाहिए? आप तीन राजनीतिक पार्टियों को सराब कह रहे हैं? क्या इस तरह से कोई प्रधानमंत्री बात करता है? क्या लोग इसे स्वीकार करेंगे? प्रधानमंत्री अपने शब्द वापस लें और 130 करोड़ लोगों से माफी मांगें या फिर देश और उत्तर प्रदेश आपको कभी माफ नहीं करेगा।”