रियाद, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को सऊदी अरब के रियाद में सऊदी के 30 मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और वहां के भारतीय व्यापारिक नायकों से मुलाकात की। मोदी ने इस अवसर पर आर्थिक रिश्तों की मजबूती के लिए आयात-निर्यात के अलावा प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और संयुक्त निवेश पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सऊदी अरब और भारत पुराने मित्र हैं और दोनों देशों को इस मित्रता की प्रगाढ़ता हेतु सुनहरे भविष्य के लिए कुछ ठोस कदम उठाने होंगे।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के आपसी संबंधों की शक्ति पर बल देते हुए मोदी ने सऊदी के सुल्तान सलमान का जिक्र किया और कहा कि उन्हें एक भारतीय शिक्षक ने पढ़ाया था।
मोदी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और आवश्यकताओं का अनूठा संगम है और सरकार के द्वारा की गई कई नीतिगत पहलों के कारण पिछले दो वर्षो में भारत के विकास और प्रगति में तेजी आई है।
मोदी ने स्वास्थ्य क्षेत्र पर अपने विचार रखते हुए कहा कि इस क्षेत्र में चिकित्सा उपकरणों के निर्माण में निवेश के लिए महत्वपूर्ण अवसर हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में विश्व स्तर पर अत्यधिक लागत प्रतिस्पर्धा होने के कारण भारत में स्वास्थ्य पर्यटन बड़े पैमाने पर व्यापक अवसर प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि खाड़ी देशों में भारत से आने वाली नर्सो की बड़ी संख्या है, जो भारत में मिले उच्चतम प्रशिक्षण का प्रमाण हैं।
उन्होंने सऊदी अरब के निवेशकों को भरोसा दिलाया कि पूर्वव्यापी कराधान बीते समय की बात है और उनकी सरकार उम्मीद के मुताबिक लंबी अवधि की कराधान व्यवस्था में विश्वास रखती है।
मोदी ने कहा कि सऊदी अरब के लिए भारत में कच्चे तेल, नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और रक्षा विनिर्माण में निवेश करना सुलभ होगा। इसके साथ ही उर्वरक, भंडारण, कोल्ड श्रृंखला सुविधाएं और कृषि दोनों देशों के लिए लाभ का सौदा साबित होंगी, बशर्ते कि सऊदी अरब अच्छी गुणवत्ता वाले खाद्य उत्पाद प्रदान करना सुनिश्चित करे।
प्रधानमंत्री ने दोनों देशों को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में भी एक साथ काम करने पर बल दिया।