रांची, 23 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई)’ का शुभारंभ किया।
इस योजना को ‘सरकार द्वारा वित्तपोषित विश्व का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कार्यक्रम’ बताया जा रहा है, जिससे 50 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे।
इस योजना के तहत प्रतिवर्ष प्रति परिवार को पांच लाख रुपये तक का कवर प्रदान किया जाएगा और सूचीबद्ध स्वास्थ्य सुविधा प्रदाता (ईएचसीपी) नेटवर्क के जरिए लाभ पहुंचाया जाएगा।
ईएचसीपी नेटवर्क सार्वजनिक और निजी अस्पतालों में लाभान्वितों को नगदरहित और पेपररहित सुविधा उपलब्ध कराएगा।
इस सेवा में प्री और पोस्ट हॉस्पिटेलाइजेशन, रोग निदान और दवाइयों सहित 1,350 प्रक्रियाएं शामिल होगी।
आयुष्मान भारत योजना के दो भाग हैं-जिसके तहत 150,000 स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्र का निर्माण होगा जो व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल मुहैया कराएगा और दूसरा पीएमजेएवाई है, जो गरीब परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा मुहैया कराएगा।
पहला स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्र मोदी द्वारा 14 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के जंगला में शुरू किया गया था।
पीएमजीएवाई में मुख्यत: गरीबों, वंचित ग्रामीण परिवार और नवीनतम सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना(एसईसीसी) के आधार पर शहरी श्रमिक परिवारों के पहचान की गई व्यावसायिक श्रेणी और राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीआई) के सक्रिय परिवारों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
परियोजना का ‘पॉयलट लॉन्च’ 22 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में पहले ही शुरू हो चुका है। अब तक 30 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है और इस परियोजना पर कार्य करना शुरू कर दिया है।