रांची, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ आदिवासी नेता करिया मुंडा से किनारा कर लिया है। सरकार इस वक्त विपक्षी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रमुख शिबू सोरेन पर मेहरबान दिख रही है। सोरेन से नजदीकियों की कोशिश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार को होने वाले दौरे से पहले हो रही है।
मुख्यमंत्री रघुबर दास ने दुमका के सांसद और झामुमो नेता शिबू सोरेन से अपने घर पर मुलाकात की। दास ने उन्हें मोदी के दौरे के दौरान होने वाले आयोजन और दुमका रैली में शामिल होने का निमंत्रण दिया।
मोदी शुक्रवार को पहले खूंटी और फिर दुमका जाएंगे। वह वहां एक सौर ऊर्जा योजना का उद्घाटन करेंगे तथा मुद्रा योजना की शुरुआत करेंगे।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि खूंटी जिले से सांसद होने के बावजूद करिया मुंडा को मोदी की यात्रा से जुड़े किसी भी काम की जिम्मेदारी नहीं दी गई है। खूंटी में मोदी के आगमन के दौरान व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा को सौंपी गई है।
खूंटी में लगे पोस्टरों पर सिर्फ मोदी और मुख्यमंत्री दास की फोटो है।
करिया मुंडा आठ बार खूंटी से सांसद और दो बार यहां से विधायक भी रह चुके हैं।
करिया मुंडा के करीबी एक भाजपा नेता ने आईएएनएस से कहा, “यह निहायत दुखद है कि करिया मुंडा जैसे वरिष्ठ नेता को किनारे कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने खुद शिबू सोरेन से मुलाकात की और उन्हें न्योता दिया लेकिन करिया मुंडा से बात तक नहीं की।”
उन्होंने कहा कि दास मुख्यमंत्री बनने के बाद से तीन बार सोरेन से मिल चुके हैं। लेकिन, यशवंत सिन्हा समेत कई वरिष्ठ नेताओं से एक बार भी मिलने की जहमत उन्होंने नहीं उठाई।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी हिमांशु चौधरी को राज्य का सूचना आयुक्त बनाए जाने से भी भाजपा के कुछ नेताओं में असंतोष देखा जा रहा है।