नई दिल्ली, 11 जून (आईएएनएस)। बंबई उच्च न्यायालय मैगी मामले की सुनवाई शुक्रवार को करेगा। स्विट्जरलैंड की खाद्य कंपनी नेस्ले की भारतीय इकाई ने गुरुवार को भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएएसएसएआई) के बाजार से मैगी को वापस लेने के फैसले की न्यायिक समीक्षा की मांग करते हुए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
न्यायमूर्ति वीएम कनाडे और न्यायमूर्ति बीपी कोलाबावला ने सुनवाई शुक्रवार को मुकर्रर की। इससे पहले इस मामले को 18 जून के लिए सूचीबद्ध किया गया था।
शेयर बाजारों में दी गई नियमित सूचना के मुताबिक कंपनी ने कहा कि वह महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि विनियामक द्वारा छह जून को दिए गए आदेश की समीक्षा की भी मांग कर रही है।
नेस्ले इंडिया ने आगे कहा, “हम बाजार से मैगी उत्पादों को वापस ले रहे हैं। अदालत में याचिका दायर करने से इस प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा। माननीय बंबई उच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक हम भविष्य में काम करेंगे।”
तकनीकी संदर्भो में कहा जाए तो नेस्ले ने खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2011 की व्याख्या का मुद्दा उठाया है।
खाद्य सुरक्षा विनियामक द्वारा मैगी की जांच में अत्यधिक मात्रा में सीसा मिलने के बाद कंपनी को बाजार से मैगी वापस लेने का निर्देश दिया गया था। कंपनी ने हालांकि मैगी में सीमा से अधिक सीसा होने को गलत बताया है।
कई राज्यों ने मैगी पर प्रतिबंध भी लगा दिया है। विनियामक ने जांच के दायरे में अन्य ब्रांडों के नूडल्स, पास्ता और टेस्टमेकर को भी शामिल कर लिया है।