नई दिल्ली: चुनावी बॉन्ड खरीद मामले में दूसरा बड़ा नाम रही मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है.
मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, एनएमडीसी आयरन एंड स्टील प्लांट और इस्पात मंत्रालय के आठ अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई ने कथित भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है. यह कार्रवाई 315 करोड़ रुपये की परियोजना के अमल में हुई गड़बड़ियों को लेकर की गई है.
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भारतीय स्टेट बैंक द्वारा जारी चुनावी बॉन्ड का डाटा, जिसे चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जारी किया गया था, में खुलासा हुआ था कि मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी चुनावी बॉन्ड की दूसरी सबसे बड़ी खरीदार है. पामिरेड्डी पिची रेड्डी और पीवी कृष्णा रेड्डी की कंपनी मेघा इंजीनियरिंग ने 966 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे थे.
ख़बरों के अनुसार, हाल ही में हुई सीबीआई कार्रवाई एक शिकायत के संबंध में है, जिसमें एनआईएसपी/एनएमडीसी के आठ अधिकारियों और मेकॉन लिमिटेड के दो अधिकारियों पर एमएनडीसी द्वारा मेघा इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रियल लिमिटेड को भुगतान के बदले रिश्वत लेने की बात कही गई है.
ज्ञात हो कि मेघा इंजीनियरिंग का नाम चुनावी बॉन्ड योजना में सामने आने के बाद से ही हैदराबाद स्थित ये कंपनी रडार पर है. खबरों से पता चलता है कि चुनावी बॉन्ड खरीदने के तुरंत बाद इस कंपनी को कई परियोजनाएं सौंपी गईं. एक विश्लेषण के अनुसार, मेघा इंजीनियरिंग को बॉन्ड खरीदने के समय 2019 से 2023 के बीच पांच प्रमुख परियोजनाएं मिलीं थी.