शास्त्रीय तरीके से निर्मित हो भगवान परशुराम मंदिर – मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भगवान परशुराम जयंती पर प्रदेश में शासकीय अवकाश की घोषणा की है। परशुराम जयंती प्रतिवर्ष अक्षय तृतीया के दिन आती है।
श्री चौहान ने आज यह घोषणा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से यहां मुख्यमंत्री निवास पहुंचे सर्व ब्राम्हण समाज के प्रतिनिधियों की मांग पर की। इस अवसर पर जनसम्पर्क, उच्च शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मीकान्त शर्मा, गौ-संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष श्री शिव चौबे विशेष रूप से मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान का प्रदेश से आये ब्राम्हण प्रतिनिधियों ने आभार व्यक्त किया। इन्दौर जिले की महू तहसील स्थित महर्षि जमदग्नि की तपोभूमि तथा भगवान परशुराम की जन्म स्थली जानापाव के विकास के लिये मुख्यमंत्री द्वारा घोषित 11 करोड़ रूपये की राशि के लिये भी कृत्यज्ञता प्रकट की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भगवान परशुराम मंदिर तथा जमदग्नि ऋषि के तपोभूमि परिसर का विकास शास्त्रीय तरीके से हो। यह स्थल समाज की आस्था का केन्द्र है। इसके प्राचीन स्वरूप और विकास के बीच समन्वय से कार्य किये जायं। इस बारे में ब्रम्ह समाज मिलजुल कर निर्णय करे। श्री चौहान ने कहा कि भगवान परशुराम ने समाज का वैचारिक, धार्मिक, नैतिक आधार मजबूत करने की दिशा दी। भगवान परशुराम का कठिन तप, दिन-रात का परिश्रम समाज को कर्त्तव्य पथ पर चलने की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त दोषों को केवल कानूनी उपायों से दूर नहीं किया जा सकता। इसके लिये संस्कारों की जरूरत होती है। इसमें धर्म की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। श्री चौहान ने बताया अशोक वाटिका जहां सीता माता रही थीं और जहां अग्नि परीक्षा हुई थी इन स्थलों पर माता सीता का मंदिर बनाने के लिये अपनी यात्रा के दौरान श्रीलंका सरकार से अनुमति मांगी थी। मंदिर के लिये एक करोड़ रूपये भी स्वीकृत किये थे। खुशी व्यक्त करते हुये श्री चौहान ने बताया कि श्रीलंका सरकार की अनुमति प्राप्त हो गयी है। दो वर्ष के प्रयासों के बाद केन्द्र सरकार से भी अनुमति मिल गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीता मंदिर निर्माण में घोषित राशि के अलावा भी जितनी राशि की जरूरत होगी, दी जायेगी। श्री चौहान ने आव्हान किया कि भगवान परशुराम जयंती पर घोषित अवकाश के दिन लोग सामाजिक कार्यों में विशेष रूप से जुट कर कार्य करें। ब्राम्हण समाज के प्रतिनिधि मंडल में सर्व ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष श्री विष्णु प्रसाद शुक्ला, महामंत्री श्री सुरेश शर्मा पालदा, राष्ट्रीय एकता समिति के उपाध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार श्री रमेश शर्मा, युवा ब्राम्हण परिषद के संयोजक श्री विकास अवस्थी तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये ब्रम्ह समाज के प्रतिनिधि उपस्थित थे।