बैंकॉक, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघल और महिला खिलाड़ी पूजा रानी ने यहां जारी एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में शुक्रवार को स्वर्ण पदक अपने नाम किया है।
इसी के साथ भारत ने इस टूर्नामेंट का शानदार अंत किया है। भारत ने इस चैम्पियनशिप में कुल 13 पदक अपने नाम किए हैं जिसमें दो स्वर्ण, चार रजत और सात कांस्य पदक हैं। पुरुषों के हिस्से एक स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदक आए हैं, जबकि महिलाओं के हिस्से एक स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक आए।
पंघल ने सर्वसम्मति से फाइनल मुकाबले में कोरिया के किम इनक्यू को मात दी। इस साल यह पंघल को दूसरा स्वर्ण पदक है।
फाइनल में पहुंचने के लिए पंघल ने चीन के जियांगुआन हू को 4-1 से करारी शिकस्त दी थी।
इस टूर्नामेंट से पहले उन्होंने फरवरी में स्ट्रेंजा मैमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण जीता था। इस साल 49 से 52 किलोग्राम भारवर्ग में शिफ्ट होने के बाद यह उनका पहला टूनार्मेंट था।
महिला वर्ग में पूजा ने मौजूदा विश्व चैम्पियन वांग लियान को 81 किलोग्राम भारवर्ग में मात दी। पूजा ने वांग को विभाजित फैसले से हराया। यह उनका इस टूर्नामेंट में कुल तीसरा पदक है। इससे पहले पूजा ने 2012 में रजत और 2015 में कांस्य पदक अपने नाम किया था।
हालांकि, 49 किलोग्राम भारवर्ग में भारत को निराशा हाथ लगी और नेशनल चैम्पियन दीपक सिंह को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। उन्हें उज्बेकिस्तान के नोडिजरेन मिर्जामदेव ने मात दी।
कविंदर सिंह बिश्ट को भी 56 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में एशियाई खेलों के मौजूदा चैम्पियन उज्बेकिस्तान के मिराजिज्बेक मिजार्खालिलोव के खिलाफ हार झेलनी पड़ी। आशीष कुमार को भी 75 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में मात खानी पड़ी।
महिला वर्ग में सिमरनजीत सिंह बाथ को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। 64 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में भारतीय मुक्केबाज को चीन की डोउ डान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।
सिमरनजीत को चीनी खिलाड़ी के खिलाफ पिछले साल हुए वल्र्ड चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में भी हार झेलनी पड़ी थी।