मुंबई, 20 जून (आईएएनएस)। मुंबई के उपनगरीय इलाके मलाड में जहरीली शराब पीने की घटना में शनिवार को 21 अतिरिक्त मौतों के बाद इस मामले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 74 हो गई है। अन्य 21 पीड़ितों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है और 10 से अधिक की हालत नाजुक बताई जा रही है।
महाराष्ट्र में पिछले 11 सालों में जहरीली शराब पीने के कारण हुई यह सबसे भयानक त्रासदी है।
पुलिस उपायुक्त धनंजय कुलकर्णी, जो पुलिस प्रवक्ता भी हैं, ने बताया कि इस मामले में शुक्रवार को आठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया, जिनमें मालवणी पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक प्रकाश एस. पाटील के अलावा तीन अधिकारी और चार कांस्टेबल शामिल हैं।
अब तक इस मामले में एक महिला सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीन आरोपियों -राजू हनुमंत उर्फ लंगड़ा, डोनाल्ड रॉबर्ट और गौतम अर्डे- को शुक्रवार को 26 जून तक के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया गया।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को घटना की जांच के आदेश दिए थे और दो दिनों के अंदर रपट मांगी थी।
मृतकों में अधिकांश लक्ष्मी नगर झुग्गी बस्ती के थे। ये वाहन चलाने या दिहाड़ी मजदूरी का काम करते थे। इन सभी ने बुधवार रात राठोड़ी गांव के एक बार में घटिया देसी शराब पी थी।
मुंबई के पुलिस उपायुक्त राकेश मारिया ने स्थानीय डीसीपी तथा एसीपी से घटना की रपट मांगी है और अवैध शराब के कारोबार पर पूरी तरह रोक लगाने के आदेश दिए हैं।
राज्य में 23 दिसंबर, 2004 के बाद जहरीली शराब से हुई मौतों का यह पहला बड़ा मामला है। वर्ष 2004 में जहरीली शराब से 87 लोगों की मौत हो गई थी।