नई दिल्ली, 11 सितंबर (आईएएनएस)। मिथिलालोक फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. बीरबल झा ने बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार से मिथिला के सांस्कृतिक गौरव ‘पाग’ को स्टेट कैप का दर्जा दिलाने की मांग की है।
‘पाग बचाउ’ अभियान चला रहे डॉ. झा ने एक पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से यह मांग की है।
इस पत्र में संस्था के पदाधिकारियों के अलावा कई लोगों के हस्ताक्षर हैं। पत्र में पाग के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई है और इसे राज्य सरकार से यथाशीघ्र ‘स्टेट कैप’ घोषित करने का आग्रह किया गया है। कहा गया है कि इससे पाग संस्कृति को मजबूती मिलेगी और बिहार की ब्रांडिंग में भी मदद मिलेगी।
डॉ. झा ने कहा कि पाग बचाउ अभियान के माध्यम से मिथिला की सांस्कृतिक धरोहर व पौराणिक पहचान को पुनर्जीवित करने की पूरी कोशिश की जा रही है। पाग के ‘स्टेट कैप’ बनने से केवल चार करोड़ मैथिलों का सम्मान नहीं, बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय होगा।
उन्होंने कहा कि हिमाचल को ‘पहाड़ी टोपी’ से और राजस्थान व हरियाणा को ‘साफा’ से पहचाना जाता है। ‘स्टेट कैप’ का दर्जा मिलने पर बिहार को ‘पाग’ से पहचाना जाएगा। बिहार का अभी कोई स्टेट कैप नहीं है, इसलिए पाग को राजकीय सम्मान की वस्तु के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
दिल्ली की इस संस्था ने ‘पाग बचाउ’ अभियान के माध्यम से दिल्ली सहित विभिन्न जगहों पर पाग मार्च निकाले हैं, जिसमें काफी संख्या में लोगों की भागीदारी देखी गई है।
सच तो यह है कि मिथिला में सदियों बाद भी पाग की स्वीकार्यता ब्राह्मण और कर्ण कायस्थ, दो ही जातियों में है। मिथिलालोक फाउंडेशन अन्य जाति के लोगों में भी इसकी स्वीकार्यता बढ़ाने की दिशा में प्रयासरत है।