नई दिल्ली, 11 मार्च – मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 106 विधायकों को हरियाणा के मानेसर स्थित द ग्रैंड आईटीसी भारत होटल में कड़ी सुरक्षा के बीच ठहराया गया है। कोई अन्य व्यक्ति विधायकों से संपर्क न साध सके, इसके लिए प्रशासन की ओर से कड़े इंतजाम किए गए हैं। यहां सादे कपड़ों में सुरक्षाकर्मियों का पहरा है और बाउंसर भी तैनात किए गए हैं। यह होटल दिल्ली से करीब 50 किलोमीटर दूर है। बाहर से आने वाले किसी भी सामान्य व्यक्ति को होटल में प्रवेश की अनुमति नहीं है। मीडिया व अन्य लोगों को होटल में प्रवेश से पहले ही रोक दिया गया है। होटल पहुंचने वाले दोनों मार्गो पर सादे कपड़ों में सुरक्षाकर्मियों का पहरा है। इसके अलावा होटल के सुरक्षा स्टाफ और बाउंसर्स को भी तैनात किया गया है। ये सब इंतजाम इसलिए किए जा रहे हैं, ताकि यहां ठहरे भाजपा विधायकों का किसी बाहरी व्यक्ति से कोई संपर्क न हो सके।
होटल के गेट से अंदर झांकने या फिर तस्वीरें लेने की इजाजत भी नहीं दी गई है। यहां मौजूद एक सुरक्षाकर्मी ने कहा, “होटल के अंदर ठहराए गए विधायकों व अन्य लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए ये इंतजाम किए जा रहे हैं।”
होटल परिसर में केवल भाजपा के वरिष्ठ नेता ही मध्य प्रदेश से आए विधायकों से मुलाकात कर सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश कांग्रेस के तीन बागी विधायक भी इसी होटल में मौजूद हैं। कांग्रेस के ये वही तीन विधायक हैं, जिन्हें कांग्रेस पार्टी लापता बता रही है।
भाजपा महासचिव और मध्य प्रदेश की राजनीति में अहम माने जाने वाले कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को यहां आईटीसी ग्रैंड होटल पहुंचकर भाजपा विधायकों से मुलाकात की। विजयवर्गीय के साथ हरियाणा भाजपा के प्रभारी और राज्यसभा सांसद अनिल जैन भी पहुंचे।
मध्य प्रदेश के भाजपा विधायकों की सुरक्षा को लेकर हरियाणा पुलिस के उच्च अधिकारी होटल में मौजूद हैं। आईटीसी होटल के बीच से ग्राम पंचायत के रास्ते को भी बंद कर दिया गया है। यह मार्ग बंद किए जाने से यहां स्थानीय ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानी भी हो रही है।
मध्यप्रदेश में हुई राजनीतिक उथल-पुथल के बाद इन सभी विधायकों को मानेसर स्थित होटल में ठहराया गया है, ताकि विधायकों को टूटने से बचाया जा सके। कांग्रेस के कई नेता भाजपा विधायकों से संपर्क होने की बात कह रहे हैं। इस पर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “हमारे सभी विधायक एक साथ मौजूद हैं। भाजपा का विधायक दल पूरी तरह से एकजुट है और सदन में बहुमत परीक्षण के दौरान कांग्रेस के दावे पूरी तरह से झूठे साबित होंगे।”