इलाहाबाद, 3 फरवरी (आईएएनएस)। तीर्थराज प्रयाग में पिछले एक महीने से लगे माघ मेले के आखिरी स्नान पर्व (माघी पूर्णिमा) पर मंगलवार को संगम तट पर श्रद्घालुओं का तांता लगा रहा। इस दौरान लोगों ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई।
इस स्नान पर्व के लिए सोमवार रात से ही श्रद्घालुओं के आने का तांता लगा रहा। आधी रात के बाद ही स्नान का क्रम भी शुरू हो गया। सुबह होते ही सैकड़ों श्रद्घालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया। संगम स्नान के बाद सैकड़ों लोगों ने यहां पूजा-अर्चना की।
प्रशासन ने भी भीड़ को देखते हुए मेले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मेले में चौकसी बरतते हुए प्रशासन ने हर जगह जवान तैनात किए हैं। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों से मेले की निगरानी की जा रही है।
इलाहाबाद से वाराणसी और जौनपुर को जोड़ने वाला शास्त्री पुल भीड़ के चलते पूरी तरह से जाम हो गया। इस दौरान जाम में पुलिस की गाड़ियां भी फंसी रही।
सूर्य के उत्तरायण होने के बाद पड़ रही पूर्णिमा पर संगम स्नान का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्यो का मत है कि इस अवसर पर करोड़ों देवी-देवता भी संगम में स्नान करते हैं।
वहीं, आस-पास के जिलों के भी हजारों लोग परिवार के साथ संगम में डुबकी लगाने पहुंचे। उनका कहना है कि जिसने पूरे माघ माह में स्नान नहीं किया, यदि वह माघी पूर्णिमा पर संगम में डुबकी लगा ले तो उसे पूरे माह का पुण्य लाभ मिल जाएगा।