गुड़गांव, 14 फरवरी (आईएएनएस)। सूक्ष्म ऋण प्रदान करने वाली कंपनियों के संगठन, माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशंस नेटवर्क (एमएफआईएन) ने शनिवार को कहा कि सूक्ष्म ऋण लेने वालों की संख्या में 23 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
गुड़गांव, 14 फरवरी (आईएएनएस)। सूक्ष्म ऋण प्रदान करने वाली कंपनियों के संगठन, माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशंस नेटवर्क (एमएफआईएन) ने शनिवार को कहा कि सूक्ष्म ऋण लेने वालों की संख्या में 23 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
एमएफआईएन ने कहा कि इन कंपनियों से जारी ऋण पिछले वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर अवधि के दौरान, 2013-14 की समान अवधि की तुलना में 33 फीसदी अधिक रहा।
इस अवधि के दौरान सूक्ष्म ऋण प्रदाता संस्थानों (एमएफआई) ने राष्ट्रीय स्तर पर 2.87 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सूक्ष्म ऋण प्रदान किए। इस तरह ऋण प्रदाताओं का समग्र सकल ऋण पोर्टफोलियो (जीएलपी) 51 प्रतिशत बढ़कर 314.5 अरब रुपये हो गया।
जीएलपी में भी पूरे देश में समान वृद्धि हुई और दक्षिण और पूर्व भारत ने कुल जीएलपी में अलग-अलग 29 प्रतिशत योगदान किया, जबकि उत्तर और पश्चिम भारत ने अलग-अलग 21 प्रतिशत का योगदान किया।
संगठन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आलोक प्रसाद ने एक बयान में कहा, “हम सूक्ष्म ऋण उद्योग में सतत सुधार देख रहे हैं, जो राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन एजेंडे के लिए शुभ संकेत है। मौजूदा रुझानों के कारण मुझे पूरा भरोसा है कि यह उद्योग मौजूदा वित्त वर्ष में जीएलपी के संदर्भ में 40 प्रतिशत से अधिक वृद्धि दर्ज करेगा।”
बयान में कहा गया है कि अब एमएफआई 32 राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को कवर करते हैं और उन्हें काफी धन प्राप्त हो रहा है।
बयान में कहा गया है, “अक्टूबर-दिसंबर के लिए एमएफआई को प्राप्त धन में 2013-14 की समान अवधि की तुलना में 162 प्रतिशत की वृद्धि हुई।”