मुरैना, 12 जून(आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के पुरावसकलां गांव में माध्यमिक विद्यालय के लिए आमरण अनशन कर रही दलित महिला बादामी देवी को प्रशासन ने जबरिया अस्पताल में भर्ती करा दिया है। प्रशासन स्वास्थ्य बिगड़ने का हवाला दे रहा है, वहीं बादामी देवी ने अस्पताल में भी अनशन जारी रखने का ऐलान किया है।
बादामी देवी ने माध्यमिक विद्यालय के लिए 10 जून से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आमरण अनशन शुरू कर दिया था, शुक्रवार को अनशन का तीसरा दिन था। पुलिस बल ने शुक्रवार को उन्हें जबरिया अनशन स्थल से उठाया और अस्पताल ले गया। मुरैना के पुलिस अधीक्षक विनीत खन्ना ने आईएएनएस को बताया कि चिकित्सक ने स्वास्थ्य परीक्षण में पाया था कि बादामी देवी की हालत बिगड़ रही है, उनके शरीर में ग्लूकोज की मात्रा गड़बड़ा रही है, लिहाजा चिकित्सक के परामर्श पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बादामी देवी ने ऐलान किया है कि वे अस्पताल में भी आमरण अनशन जारी रखेंगी। वही अनशन स्थल पर संघर्ष समिति के संयोजक जयंत सिंह तोमर अनशन पर बैठेंगे। बादामी देवी ने क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को जन्मदिन का बधाई संदेश भेजा है, जिसमें अपेक्षा की गई है कि वे न्याय, दलित व कमजोर का साथ देंगे। तोमर का शुक्रवार 12 जून को जन्मदिन है।
ज्ञात हो कि पुरावसाकलां गांव की पूर्व सरपंच बादामी बाई बीते कई वर्षो से गांव में माध्यमिक विद्यालय के लिए संघर्ष कर रही है। बादामी जब सरपंच हुआ करती थी, तब उन्होंने अपने कार्यकाल में माध्यमिक विद्यालय शुरू कराने की कोशिश की। वह तो इसके लिए अपने पति की जमीन तक को देने राजी हो गई थी, तब पंचायत ने वहां विद्यालय बनाने का प्रस्ताव भी पारित कर दिया था। उस जमीन पर निर्माण कार्य भी शुरू हो गया था। सरपंच बदलने के बाद पूर्व के प्रस्ताव में बदलाव कर दिया गया है।
संघर्ष समिति के संयोजक जयंत सिंह तोमर ने आईएएनएस को बताया है कि जिस स्थान पर विद्यालय प्रस्तावित था, वह दलित बस्ती के करीब है, लिहाजा सामंती प्रवृत्ति के सोच के लोगों को यह रास नहीं आ रहा है। यही कारण है कि स्थान परिवर्तन किया जा रहा है।