भोपाल, 25 मार्च (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच कई क्षेत्रों में महिलाओं के विरोध के बाद भी शराब दुकानों की नीलामी होने वाली है। पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से की है। उन्होंने आशंका जताई है कि कुछ लोग शराब दुकान का ठेका लेकर अपने मनचाहे उम्मीदवार के समर्थन में भरपूर शराब बांटने से नहीं हिचकेंगे।
बैतूल जिले के मुलताई तहसील के जौलखेड़ा गांव की 80 फीसदी महिलाएं शराब दुकान खोले जाने का विरोध कर रही हैं। इस गांव की महिलाओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर शराब दुकान की नीलाम कराने की प्रक्रिया को रोकने की मांग की है। महिलाओं ने कांग्रेस के वचनपत्र का हवाला देते हुए कहा है कि कांग्रेस ने गांव की 50 प्रतिशत महिलाओं द्वारा विरोध किए जाने पर शराब दुकान न खोलने का वचन दिया था। उसके बावजूद जिले में मंगलवार को 13 दुकानों की नीलामी होने वाली है।
पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर शराब दुकानों की नीलामी प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की है।
उन्होंने सोमवार को कहा कि चुनाव आचार संहिता लगी हुई है, राज्य में चुनावी माहौल है, शराब दुकानों की ऐसे में नीलामी होने से चुनाव के दौरान शराब का ज्यादा से ज्यादा उपयोग का खतरा बना हुआ है। कई लोग इतने प्रभावशाली हैं कि वे शराब दुकान का ठेका लेकर अपने मनचाहे उम्मीदवार के समर्थन में भरपूर शराब बांटने से नहीं हिचकेंगे। इस तरह शराब से चुनाव प्रभावित करने की कोशिश हो सकती है।
राज्य के कई अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की शिकायतें आने का हवाला देते हुए डॉ. सुनीलम ने कहा है कि राज्य में चुनाव निष्पक्ष हो और महिलाओं का सम्मान बरकरार रहे, इसके लिए जरूरी है कि शराब दुकानों की नीलामी को रोका जाए।