भोपाल 5 दिसंबर, (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को मध्यप्रदेश शिखर खेल अलंकरण समारोह 2017 में ऐलान किया कि एकलव्य पुरस्कार विजेताओं को शासकीय नौकरी और अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेताओं को बिना परीक्षा के पुलिस में उपनिरीक्षक, आरक्षक के पद पर नियुक्ति दी जाएगी।
टीटी नगर स्टेडियम में आयोजित अलंकरण समारोह में केन्द्रीय युवा कार्य एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की मौजूदगी में चौहान ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के पदक विजेताओं को पुलिस के अलावा अन्य शासकीय विभागों में भी नौकरी देने की ऐसी ही व्यवस्था की जाएगी।”
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, “जिंदगी खेल के बिना अधूरी है। राजनीति में खेल आ जाए तो चमत्कार होता है, लेकिन खेलों में राजनीति नहीं आनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जिस विजन के साथ राष्ट्र निर्माण का कार्य हो रहा है, उसमें 2020 के ओलंपिक में भारत पदकों का रिकार्ड बनाएगा।”
उन्होंने आगे कहा, “भारत की महिला हाकी टीम में आधे खिलाड़ी मध्यप्रदेश की हाकी अकादमियों के हैं। अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश के 80 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिनमें से 46 ने पदक प्राप्त किए।”
राठौड़ ने कहा, “कानून बनाकर केन्द्रीय सरकारी नौकरियों में खिलाड़ियों के लिए निर्धारित पदों के आरक्षण की व्यवस्था की जाएगी।”
राज्य की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा, “दिल और दिमाग में जीत हासिल करने का जज्बा ही जीत को पक्का करता है।”
इस अवसर पर रियो पैरालम्पिक के पदक विजेताओं दीपा मलिक को 40 लाख रुपये, देवेन्द्र झांझरिया को 50 लाख रुपये, मरियप्पन थंगावेलू को 50 लाख रुपये और वरुण सिंह भाटी को 25 लाख रुपये तथा रियो ओलम्पिक-2016 में महिला कुश्ती में कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को 25 लाख रुपये की सम्मान निधि से सम्मानित किया गया।
इस मौके पर भारतीय महिला हाकी दल में मध्यप्रदेश राज्य महिला हाकी अकादमी की अनुराधा देवी, पी़ सुशीला चानू, रेणुका यादव तथा एल़ फैली को पांच-पांच लाख रुपये की सम्मान निधि दी गई। वर्ष 2017 के लिए एकलव्य, विक्रम एवं विभिन्न खेल पुरस्कारों के लिए प्रदेश के कुल 28 खिलाड़ियों को शिखर सम्मान से अलंकृत किया गया।