शाजापुर, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों को संकट से उबारने और उन्हें मदद देने के लिए सभी विभागों के बजट में 15 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। चैहान ने शाजापुर जिले के ग्राम अरनियाकला में सोमवार को किसान चैपाल को सम्बोधित करते यह एलान किया।
राज्य में सूखा से बिगड़े हालात का जायजा लेने इन दिनों सरकार गांव में है। तमाम अफसरों से लेकर मुख्यमंत्री और मंत्री गांवों को जा रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को मुख्यमंत्री सोमवार को शाजापुर के अरनियाकला पहुंचे।
चैहान ने कहा, “मैं स्वयं किसान हूं और किसानों का दर्द समझता हूं। सरकार किसानों को राहत पहुंचाने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विभागों के बजट में 15 प्रतिशत की कटौती की है। एक वर्ष पुल-पुलिया या सड़क नहीं बने तो कोई बात नहीं, पर किसानों को कोई परेशानी नहीं होने देंगे।”
उन्होंने कहा कि किसानों को वास्तविक रूप से कितना नुकसान हुआ है इसके आकलन के लिए प्रभावित ग्रामों में युद्ध स्तर पर फसल कटाई प्रयोग कराए गए हैं, इसके आधार पर फसल बीमा क्लेम दिलवाया जाएगा।
चैहान ने बताया कि किसानों का हाल जानने और क्षतिग्रस्त फसल का मौके पर मुआयना करने के लिए प्रदेश मंत्रिमंडल के सभी सदस्य और वरिष्ठ आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों को तीन दिन के लिए गांवों में भेजा गया है। अधिकारियों से जो रिपोर्ट सरकार को मिलेगी उसके आधार पर निर्णय लिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन किसानों को भारी नुकसान हुआ है उनके कर्ज की वसूली स्थगित करने के आदेश दिए गए हैं। अल्पकालीन ऋण को मध्यकालीन में बदला गया है। किसानों द्वारा लिए गए ऋण पर साल भर का ब्याज सरकार चुकाएगी। उन्होंने बताया कि रबी फसल के लिए 10 प्रतिशत राशि जमा करने पर ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा और किसानों को दो माह के लिए अस्थाई कनेक्शन देने के आदेश शीघ्र जारी किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 7000 करोड़ की राशि किसानों को बांटी जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके अलावा व्यापक पैमाने पर सूखाग्रस्त क्षेत्रों में रोजगार देने के काम शुरू किए जाएंगे।