सागर, 20 मार्च (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के सागर जिले में तीन भाइयों ने चाचा के साथ मिलकर सगी नाबालिग बहन के साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद उसकी गला रेंतकर हत्या कर दी। रिश्तों को तार-तार कर देने वाली घटना में दो भाइयों, चाचा और चाची को तो पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन एक आरोपी भाई रामप्रसाद अब भी फरार है।
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बुधवार को आईएएनएस को बताया, “बंडा थाना क्षेत्र के बेरखेड़ी में 13 मार्च को छठी कक्षा में पढ़ने वाली नाबालिग से दुष्कर्म किया गया और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। नाबालिग का सिर और धड़ अलग-अलग मिला था। इस मामले में जांच के बाद पाया गया कि तीन भाइयों व चाचा ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर दी। इसमें मृतका की चाची का सहयोग रहा। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और एक अब भी फरार है। उसकी तलाशी में छापे मारे जा रहे हैं।”
सांघी ने कहा, “यह अपने तरह का दुर्लभ मामला है, जब भाइयों ने चाचा के साथ मिलकर अपनी ही बहन को हवस का शिकार बनाया। आरोपियों ने अपने पड़ोसी छोटे लाल पटेल को फंसाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया। छोटे लाल से उनका जमीन विवाद था। पोस्टमार्टम में सामने आया कि दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है। उसी आधार पर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया। आरोपियों पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।”
उन्होंने कहा कि बरखेड़ी गांव की नाबालिग छात्रा का 14 मार्च को शव मिला था। उसका सिर झाड़ियों में था तथा धड़ अलग मिला था। इस मामले में बालिका के परिजनों ने 13 मार्च को लापता होने की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने बालिका के चाचा बंशीलाल की आशंका के आधार पर पड़ोसी से पूछताछ की, मगर वास्तविकता सामने नहीं आई। बाद में पुलिस ने बालिका के चाचा बंशी लाल व भाइयों से पूछताछ की तो सभी के बयान अलग-अलग आए। वहीं घटना के बाद से एक भाई के फरार होने की बात सामने आई।
पुलिस के अनुसार, जब बालिका के भाइयों और चाचा से कड़ाई से पूछताछ की गई तो राज खुल गया। आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की बात कबूल कर ली। इसमें चाची सुशीला भी संलिप्त थी। आरोपियों की स्वीकारोक्ति के बाद दो भाइयों और चाचा-चाची को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।