अनिल सिंह(भोपाल)- मप्र के गृह मंत्री ने स्वीकार किया की प्रदेश में सिमी का वर्चस्व बाधा है.51मौजूदा जिलों में से 21 जिलों में सिमी का नेटवर्क है .सिमी संगठन इन जिलों में मजबूत है और मप्र पुलिस की गुप्तचर शाखा इसे तोड़ने में असफल हुई है.
गौर ने बताया की सिमी के 6 भागे दुर्दांत आतंकवादियों में से सिर्फ एक ही पकड़ में आया है बाकी 5 फरार हैं जो आज देश के लिए मुसीबत बन गए हैं.
अपना रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करने में असफल गौर ने माना की वे रिपोर्ट कार्ड को कुछ नहीं मानते वे तो सिर्फ विभाग की कार्यवाही और योजनाओं को सामने रख रहे हैं यह कह उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिपोर्ट रखने के निर्देश ही हवा निकाल दी.
नक्सलवादियों का आतंक जब गौर ने सिर्फ बालाघाट में माना तब एक पत्रकार ने उन्हें सबूत सामने रखते हुए सीधी,सिंगरौली और अन्य जिलों में नक्सलवादियों की उपस्थिति और क्रियाविधि से परिचित कराया तो अनमने मन से उन्होंने इसे स्वीकार किया.
पुलिस द्वारा आम जन से गलत व्यवहार करने की घटनाओं को गृह-मंत्री ने उपहास में उड़ा दिया.
गृह-मंत्री ने भोपाल में इरानी डेरे पर हुए हमले में पुलिस का बचाव किया और गुप्तचर शाखा को क्लीन-चिट दी.
पत्रकारों के आंकलन में गृह मंत्रालय और मंत्री अपनी कक्षा में फेल नजर आये और मप्र की क़ानून व्यवस्था पर उनकी कोई पकड़ नजर नहीं आई.अब मप्र की जनता के क्या हाल हैं और शिवराज का नेतृत्व कितना सफल है इसका अंदाजा आप सहज की लगा सकते हैं .