बडवानी, 4 दिसम्बर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के बडवानी जिले में बीते माह आयोजित नेत्र शिविर में किए गए ऑपरेशन के बाद 37 मरीजों की आंखों में संक्रमण हो गया है और उनकी रोशनी जाने तक का खतरा है। इस मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और चार सदस्यीय जांच दल बडवानी भेजा गया है।
प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 16 से 23 नवंबर के दौरान नेत्र शिविरों का आयोजन किया गया था। इन शिविरों में कुल 86 मरीजों के ऑपरेशन हुए थे, ऑपरेशन कराने वाले कई मरीजों को आंखों में दूसरे दिन से ही समस्याएं आने लगी थी। इसकी वजह संक्रमण थी, जिसके चलते खुजली के साथ मवाद तक आने लगा था। इस पर मरीजों को निरंतर इंदौर के अरविंदो अस्पताल और एमवायएच भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
इंदौर के अस्पतालों में इलाज करा रहे पीड़ित मरीजों का कहना है कि ऑपरेशन के एक-दो दिन बाद से उनके सिर में दर्द होने लगा था, चक्कर आ रहे थे और शरीर में कंपन भी हुआ। उसके बाद चिकित्सक से संपर्क किया गया तो उन्होंने पांच दिन की दवा दी, मगर कोई सुधार नहीं हुआ। अलबत्ता आंख से पानी आने लगा। मरीजों को अब साफ दिखाई नहीं दे रहा है।
बडवानी की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रजनी डावर ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि शिविर में अलग-अलग दिन आंखों के ऑपरेशन हुए। मरीजों की शिकायत बाद 28 मरीजों को गुरुवार से पहले और फिर चार को गुरुवार को और पांच को शुक्रवार को इंदौर भेज दिया गया है। इन मरीजों को संक्रमण हुआ है। उनका अरविंदो और एमवायएच अस्पताल में इलाज चल रहा है।
डॉ. डावर ने आगे बताया है कि ऑपरेशन के बाद संक्रमण की वजह जानने के लिए विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं और चार सदस्यीय दल इसकी जांच करेगा। यह दल बडवानी पहुंच रहा है।
बडवानी के जिलाधिकारी ए. एस. गंगवार ने इस मुद्दे पर कहा, “मरीजों के आंखों की रोशनी जाने की बात सामने नहीं आई है। हां, दो मरीजों की हालत जरूर गंभीर है।”
दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव गौरी सिंह ने संवाददाताओं से कहा है कि “लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मरीजों के बेहतर उपचार के निर्देश दिए हैं।”