सीहोर-मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में एक ऐसा शिवलिंग स्थापित है, जिसमें एक हजार शिवलिंग समाहित हैं। इस शिवलिंग को सहस्त्रलिंगेश्वर के नाम से जाना जाता है। सीहोर के बडियाखेड़ी में स्थापित ये प्राचीन शिवलिंग लोगों की आस्था का केंद्र हैं। मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक फैली है। यहीं वजह है कि जिले के साथ ही देश के अन्य स्थानों से भी लोग इस अनोखे शिव धाम में पहुंचते हैं। शिवरात्रि के अवसर पर भी मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं।
सहस्त्रलिंगेश्वर मंदिर करीब 300 से 400 साल पुराना है। मंदिर में स्थापित सहस्त्रलिंगेश्वर की प्रतिमा सीवन नदी से निकली थी, जिसके चलते इसे नदी के किनारे ही मंदिर बना कर स्थापित किया गया है। मंदिर की ख्याति पूरे देश में है। सालभर देशभर से श्रद्धालु यहां दर्शनों के लिए आते हैं।
सहस्त्रलिंगेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना का दौर जारी है। आज भगवान शिव का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। साथ ही सुबह से देर रात तक मंदिर में भजन कीर्तन का दौर जारी है। मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव का अभिषेक और पूजन अर्चन करने मंदिर पहुंच रहे हैं।
महाशिवरात्रि का दिन शुभ माना जाता है। इस दिन से लोग विभिन्न शुभ कार्यों की शुरुआत भी करते हैं। देशभर के शिवालयों में महाशिवरात्रि के अवसर पर भव्य आयोजन किए जा रहे हैं। वहीं कई स्थानों पर भगवान शिव की बारात भी निकाली जाएगी।