विदिशा/ भोपाल- मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में मंगलवार की रात को जंगल में वनकर्मियों की गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए। वन विभाग आरोपियों को वन तस्कर बता रहा है। सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं, वहीं मृतक के परिजनों को 20 लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार की रात को लटेरी के जंगल में कुछ लोग लकड़ियां काट कर लौट रहे थे, इस दौरान वन कर्मियों और आरोपियों के बीच कथित तौर पर मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में वनकर्मी की गोली से एक युवक की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए।
घायलों के साथी की मानें तो वे लोग जंगल में लकड़ी काटने गए थे, वहां से बाइक से लौट रहे थे, तभी खट्टेपुरा गांव के पास वन विभाग की टीम दिखी। हम लोग गाड़ी पर ही बैठे थे और वनकर्मी हमारे पास आए, आते ही फायरिंग कर दी। गोली लगने से चैन सिंह की मौके पर मौत हो गई इसके बाद भगवान सिंह और महेंद्र सिंह भागे तो उन पर भी गोली चला दी जिससे वे वहीं गिरकर घायल हो गए।
राज्य के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि लटेरी की घटना बेहद दुखद है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं, साथ ही वन विभाग के मौके पर मौजूद अमले को निलंबित कर दिया गया है। घटना के मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी, वहीं घायलों को पांच-पांच लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस मामले में न्यायिक जांच के आदेश हो गए हैं।