नई दिल्ली- भारतीय सेना मध्य प्रदेश में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव अभियान में जुटी हुई है। सेना ने 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में कामयाबी हासिल की है।
मध्य प्रदेश में भारी बारिश से चंबल क्षेत्र में बाढ़ आ गई है, जिससे ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया और भिंड जिलों के कई गांव प्रभावित हुए हैं।
क्षेत्र की कई प्रमुख नदियों में जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं और इन क्षेत्रों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण सड़क संपर्क मार्ग डूब चुके हैं और पुल बह गए हैं।
स्थानीय प्रशासन ने मानव जीवन और पशुओं को बचाने के लिए समन्वित बाढ़ राहत और बचाव अभियान चलाने के लिए सेना के गठन का अनुरोध किया था।
भारतीय सेना ने कहा, नागरिक प्रशासन से अनुरोध प्राप्त होने पर, सेना ने तेजी से ऑपरेशन वर्षा 21 शुरू किया।
तीन अगस्त 2021 को ग्वालियर, झांसी और सागर स्थित सुदर्शन चक्र कोर की सेना के गठन से बाढ़ राहत कार्यों के लिए विशेष उपकरणों के साथ लगभग 80 कर्मियों से युक्त सेना की चार टुकड़ियां जुटाई गईं। सेना की ये चार टुकड़ियां ग्वालियर में श्योपुर, शिवपुरी, दतिया और भितरवार के प्रभावित क्षेत्रों में दो घंटे के अंदर पहुंची गई और बचाव अभियान में जुट गईं।
बाढ़ राहत टुकड़ियों ने प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति का प्रारंभिक आकलन करने के बाद रात में अभियान शुरू किया और अंतिम गांव तक पहुंचने में सफल रहे।
इन प्रयासों के परिणामस्वरूप 4 अगस्त, 2021 की सुबह तक 150 और अन्य 250 व्यक्तियों को बचाया गया और साथ ही गरीब किसानों के पशुधन को भी बचाया गया।
भिंड जिले में सिंध नदी में जल स्तर में वृद्धि के कारण 4 अगस्त और 5 अगस्त को और भी कई क्षेत्रों में पानी भर गया, जिसके बाद अतिरिक्त सेना के टुकड़ियां जुटाई गईं।
वर्तमान में, क्षेत्र में इंजीनियर टास्क फोर्स सहित नौ टुकड़ियां तैनात हैं।
इसके अलावा आर्मी मेडिकल कोर के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ भी बीमार और घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहे हैं।
सेना ने कहा, नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर राहत अभियान जारी है।