भोपाल: भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए लोगों से अपील की कि वे सुनिश्चित करें कि प्रदेश को एक आदिवासी मुख्यमंत्री मिले. मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. भेल दशहरा मैदान में अपने राजनीतिक संगठन ‘आज़ाद समाज पार्टी’ की रैली में उन्होंने कहा कि देश में मध्य प्रदेश ऐसा राज्य है जहां पर आदिवासियों की संख्या सबसे अधिक है, लेकिन अभी तक इन समुदायों से कोई मुख्यमंत्री नहीं है.
भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आजाद ने कहा कि इन पार्टियों ने आदिवासी राज्यपालों और अध्यक्षों को नियुक्त किया है, जिनके पास ज्यादा कुछ करने के लिए नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं. उन्होंने सभा में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों से कहा, “कांग्रेस हो या भाजपा, उन्होंने हमसे हमारे अधिकार छीन लिए हैं. आपने कांग्रेस (2018 में कमलनाथ सरकार) को चुना था, लेकिन वह (2020 में) गिर गई. अब हम अपनी सामूहिक शक्ति और ताकत पर भरोसा करेंगे.” उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ने के लिए समाज के 85 प्रतिशत कमजोर वर्ग और अल्पसंख्यकों का एक संयुक्त मोर्चा अब मौजूद है और यह सुनिश्चित करता है कि उसे एक आदिवासी मुख्यमंत्री मिले.
सभा में उन्होंने संयुक्त मंच की 31 मांगों को पढ़ा. इस मोर्चे में ओबीसी महासभा और जय आदिवासी मुक्ति मोर्चा के नेता शामिल हैं. इन मांगों में कमजोर वर्गो के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेना, एससी/एसटी वर्ग के अत्याचार पीड़ितों को मुआवजा बढ़ाकर 30 लाख करना, मनरेगा के तहत न्यूनतम मजदूरी बढ़ाकर 700 रुपये करना, जातिगत जनगणना और सरकारी नौकरियों की पदोन्नति में जाति आधारित आरक्षण शामिल है.