भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में संवहनीय पर्यटन के साथ वन्य-प्राणी संरक्षण के उद्देश्य से रणनीति बनाने के कार्य में अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के एक दल को संलग्न किया जायेगा। श्री चौहान ने आज दक्षिण अफ्रीका के विश्व प्रसिद्ध क्रूगर नेशनल पार्क एण्ड वाइल्ड लाइफ कॉलेज का भ्रमण किया। उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी उनके साथ थीं।
मुख्यमंत्री के समक्ष क्रूगर नेशनल पार्क और वाइल्ड लाइफ कॉलेज के अधिकारियों ने संवहनीय और योजनाबद्ध पर्यटन के लिये अपनी कार्यशैली और रणनीति पर एक प्रेजेंटेशन दिया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वन्य–जीव संरक्षण, स्थानीय समुदाय का कल्याण और आर्थिक विकास, पर्यटन के माध्यम से आपस में जुड़े हैं।
उल्लेखनीय है कि क्रूगर नेशनल पार्क अफ्रीका के सबसे बड़े नेशनल पार्कों में एक है। कुल 19 हजार 633 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला यह पार्क लिम्बपोपो और एम्पोमलंगा प्रांतों में स्थित है। इसमें विभिन्न प्रकार की वनस्पतियाँ और पेड़-पौधों के साथ वन्य-पशु पाये जाते हैं। इसमें अधिकतर वृक्ष आकाशिया प्रजातियाँ के हैं, जबकि मारूला वृक्ष बड़ी संख्या में हैं। वन्य पशुओं के लिये यहाँ बहुत बड़ा चारा क्षेत्र है। यहाँ रेड ग्रास और बफेलू ग्रास की प्रजातियाँ मुख्य रूप से हैं। इस पार्क में 517 तरह के पक्षी पाये जाते हैं। इनमें 235 तरह के पक्षी यहीं रहते हैं, 117 तरह के नॉन-ब्रीडिंग माइग्रेन हैं और 147 तरह के पक्षी घुमक्कड़ प्रवृत्ति के हैं। इस पार्क का क्षेत्र पहले दक्षिण अफ्रीकी गणतंत्र द्वारा संरक्षित था और 1926 में यह दक्षिण अफ्रीका का पहला नेशनल पार्क बन गया।
पार्क में अनेक प्रजाति के स्तनपायी वन्य–पशु हैं। अफ्रीकन बफेलू, ब्लेक राइनोसेरोस, जेब्रा, चीता, जिराफ, हिपो-पोटेमस, लेपर्ड, हाथी, ब्लू, वाइल्ड विस्ट आदि की बहुतायत हैं।