नई दिल्ली, 9 सितम्बर (आईएएनएस)। मणिपुर में पिछले महीने आई विनाशकारी बाढ़ के कारण 296 ग्रामीण सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं।
राज्य में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री फ्रांसिस नगजोक्पा ने बुधवार को यह बात कही।
नगजोक्पा ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू से यहां मुलाकात की और उन्हें बाढ़ के कारण राज्य में हुई व्यापक क्षति, विशेष रूप से सड़कों, पुलों और फसलों तथा मणिपुर की घाटियों तथा पहाड़ियों में हुई क्षति के बारे में जानकारी दी।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि नगजोक्पा ने बताया कि भूस्खलन, बाढ़ का प्रभाव काफी व्यापक था।
नगजोक्पा ने रिजिजू को बताया कि प्रधानमंत्री सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) की 296 सड़कें और पुल बह गई और जब तक इनका तुरंत पुननिर्माण नहीं होता तब तक दूरदराज के क्षेत्रों में गांववासी राज्य के शेष हिस्से से कटे रहेंगे।
राज्यमंत्री ने रिजिजू से क्षति के आकलन के लिए एक अंतर-मंत्रालयी टीम के गठन का आग्रह किया।
रिजिजू ने मणिपुर मंत्री को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव प्राप्त होने के तुरंत बाद क्षति के आकलन के लिए एक अंतर-मंत्रालयी टीम को मणिपुर भेजा जाएगा।
इस बीच नगजोक्पा ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी बिरेंद्र सिंह से गुरुवार को मुलाकात की और उन्हें स्थिति के बारे में जानकारी दी।
पीएमजीएसवाई की सड़कों के लिए फंड न मिलने पर बिरेंद्र सिंह ने सुझाव दिया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना के तहत सड़कों और पुलों की मरम्मत के लिए संपर्क किया जा सकता है।
नगजोक्पा ने बिरेंद्र सिंह से पीएमजीएसवाई की सड़कों के विकास के लिए मणिपुर को फंड बढ़ाने की मांग की। बिरेंद्र सिंह ने नगजोक्पा को फंड मुहैया कराने का आश्वासन दिया।