धर्मपथ(खुसर-फुसर)-भोपाल में विधायक रामेश्वर शर्मा की डर्टी पोलिटिक्स ने भाजपा की फ़िज़ा बिगाड़ दी है,ओला पीड़ितों के दुख को ध्यान ना रखते हुए इन जन-प्रतिनिधि ने श्रंगार रस से ओत-प्रोत कविताओं का रस -पान किया,लेकिन इस रस-पान में आलोक शर्मा और आलोक संजर को शामिल नहीं किया गया,मजे की बात यह रही की नजदीक ही रहने वाले विश्वास सारंग को भी दूर रखा गया,रामेश्वर अपनी अलग छवि बनाने के आदि हैं और उसी रास्ते पर चल रहे हैं,बाबूलाल गौर जरूर खासमखास रहे उनके वे अवश्य इस कार्यक्रम में रहे,महंत चन्द्रमादास इस कार्यक्रम के वैचारिक विरोध के बावजूद शामिल हुए.
राजनीतिक पदों की यह भूख भाजपा की राजनीति को क्या दिशा देती है यह देखना है,इन माननीयों के चेहरे सामने आ गये हैं ,देखते हैं यह डर्टी पोलिटिक्स क्या गुल खिलाती है.