भोपाल, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की केंद्रीय जेल से प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के आठ आतंकवादी एक प्रहरी की हत्या के बाद फरार हो गए। इस मामले में चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस के अनुसार, भागने से पहले इन आतंकियों ने एक प्रहरी रमाशंकर की हत्या कर दी और एक अन्य को बंधक बना लिया। पुलिस ने भोपाल की सभी सीमाओं को सील कर आतंकवादियों की तलाश तेज कर दी है। वहीं पूरे प्रदेश में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है।
प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि सिमी आतंकवादियों के फरार होने के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर चार जेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित अफसरों में जेल अधीक्षक, उपाधीक्षक, सहायक अधीक्षक और मुख्य जेल प्रहरी भी शामिल हैं।
जेल सूत्रों के अनुसार, आतंकवादी दिवाली की रात लगभग 12 से दो बजे के बीच एक दरवाजे को तोड़कर बैरक से बाहर आ गए। उन्होंने एक जेल प्रहरी की हत्या कर दी और दूसरे को बंधक बना लिया। उसके बाद वे चादरों की रस्सी बनाकर दीवार फांद कर फरार हो गए।
फरार होने वाले आतंकवादियों के नाम शेख मुजीब, माजिद खालिद, अकील, खिलची, जाकिर सलीख, महबूब व अमजद हैं। इनमें चार आतंकवादी वे भी हैं, जो खंडवा जेल से फरार हुए थे और उन्हें ओडिशा से गिरफ्तार किया गया था। इन पर बैंक डकैती, लूट, देशद्रोह सहित कई मामले चल रहे हैं।
राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने आईएएनएस को बताया कि भोपाल से जुड़ी सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रदेश में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। आतंकियों को पकड़ने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान माना कि यह सुरक्षा में बड़ी चूक है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों ही जेल की सुरक्षा के निर्देश दिए थे, उसके बाद इस घटना का होना चिंताजनक है।